Azamgarh News: पूर्वांचल के विकास को पंख लगाना लक्ष्य, विकास बोर्ड के गठन के बाद बदल रही सूरत
Azamgarh News: बैठक में बोर्ड उपाध्यक्ष नरेंद्र सिंह ने सुझावों के अनुसार कार्य करने को जरूरी बताया। सदस्य विजय विक्रम सिंह ने पेश किया विकास का विजन.
Azamgarh News: पूर्वांचल के जनपदों के सर्वांगीण विकास के लिए मुख्यमन्त्री की अध्यक्षता में गठित पूर्वांचल विकास बोर्ड की बैठक शुक्रवार को संपन्न हुई। जिसमें पूर्वांचल के विकास को तेजी देने का खाका खींचा गया।
भ्रमण कर जो हकीकत जानी, उसके अनुरूप हों कार्य
मण्डलायुक्त कार्यालय के सभागार में आयोजित बैठक में उपाध्यक्ष नरेन्द्र सिंह ने कहा कि बोर्ड के सदस्यों द्वारा पूर्वांचल के अन्तर्गत आने वाले सभी जनपदों का भ्रमण कर क्षेत्र की जरूरतों को जाना गया है। लोगों की समस्याओं का आकलन किया गया है। उसी के अनुरूप बैठक में जो सुझाव दिए गए हैं, उसके अनुसार कार्य होना आवश्यक है। जिससे पूर्वांचल के जनपदों में विकास के नए आयाम स्थापित हो सकें। उन्होंने जनपद आज़मगढ़ की कुछ सड़कों को फोर लेन किए जाने एवं कुछ सड़कों के चौड़ीकरण का सुझाव दिया। इसके साथ ही उन्होंने विद्युत सुधार, स्कूल स्थापना, स्वास्थ्य सेवाओं को सुदृढ़ बनाने, उद्योग स्थापना सहित कई अन्य बिन्दुओं पर सुझाव दिया।
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मंडल की आवश्यकताओं से अवगत हैं मुख्मंत्री
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पूर्वांचल विकास बोर्ड के सदस्य विजय विक्रम सिंह ने कहा कि गांव-गांव घूमकर इस क्षेत्र के आठ मंडलों की हर स्थिति को जाना गया है। इससे मुख्यमंत्री भी अवगत हैं। सीएम यहां की आवश्यकताओं और सुझावों को जानते हैं। उसी के अनुरूप विकास का कार्य किया जा रहा है, जो यहां की हर सरकारी योजनाओं में परिलक्षित होता है।
बोर्ड के गठन के बाद विकास में आई तेजीः मंडलायुक्त
मंडलायुक्त मनीष चौहान ने बैठक को सम्बोधित करते हुए कहा कि पूर्वांचल के जनपदों में विकास की अपार संभावनाएं हैं। जिसके दृष्टिगत 2018 में पूर्वांचल विकास बोर्ड का गठन हुआ है। बोर्ड गठन के उपरान्त मंडल के जनपदों के विकास में तेजी आई है। मंडलायुक्त ने कहा कि पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे बन जाने से आजमगढ़, मऊ, गाजीपुर, अम्बेडकरनगर जनपद को काफी लाभ मिला है। इसके अलावा आज़मगढ़ में विश्वविद्यालय एवं अटल आवासीय विद्यालय की स्थापना हुई है, जिससे जनपद में शिक्षा का स्तर बढ़ेगा। उन्होंने कहा कि शीघ्र ही जनपदवासियों को एयरपोर्ट की सुविधा भी उपलब्ध हो जाएगी। इसी प्रकार बलिया में भी विश्वविद्यालय की स्थापना की गई है। उन्होंने कहा कि मेडिकल कॉलेज और 100 बेड हास्पिटल की स्थापना के बाद जनपद में स्वास्थ्य व्यवस्था भी ठीक हुई है।
नोडल अधिकारी बनाए जाने से मिले अच्छे परिणाम
बैठक को सम्बोधित करते हुए विशेष सचिव, नियोजन, उप्र शासन आशुतोष निरंजन ने कहा कि शासन स्तर पर मुख्य सचिव की अध्यक्षता में गठित बोर्ड में कृषि उत्पादन आयुक्त के साथ ही विकास से संबन्धित सभी सचिव सदस्य हैं। उन्होंने बताया कि समय-समय पर बोर्ड की आयोजित बैठकों में पूर्वांचल के सभी 8 मण्डल के जनपदों से कुल 724 विषय निकल कर आये हैं, जो 48 विभागों से सम्बन्धित हैं। इन 48 विभागों के माध्यम से कार्य कराये जाने हेतु 1-1 नोडल अधिकारी नामित किए गए हैं, जिसके अच्छे परिणाम प्राप्त हुए हैं। विशेष सचिव, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य वीरेंद्र सचान ने बताया कि पूर्व में जो सुझाव आये थे, उसका अनुपालन हो गया है। चिकित्सकों की कमी को पूरा करने के लिए शासन स्तर से सार्थक प्रयास किये जा रहे हैं। उन्होंने 28 जनपदों में स्वास्थ्य विभाग की चल रही योजनाओं के बारे में भी विस्तार से बताया। जिलाधिकारी विशाल भारद्वाज ने बैठक को सम्बोधित करते हुए कहा कि जनपद में 4 वृहद गौआश्रय स्थल एवं 79 अस्थायी गौसंरक्षण केन्द्र स्थापित हैं, जिसमें कुल 8885 गोवंश संरक्षित हैं। उन्होंने कहा कि गौआश्रय स्थलों के समक्ष कोई वित्तीय समस्या नहीं है।
बोर्ड के सदस्यों की स्थिति से कराया अवगत
मुख्य विकास अधिकारी श्रीप्रकाश गुप्ता सहित अन्य सम्बन्धित विभागों के अधिकारियों ने सदस्यों द्वारा बताई गई समस्याओं के संबंध में बोर्ड को विस्तार से अवगत कराया गया। इससे पूर्व मण्डलायुक्त मनीष चौहान व जिलाधिकारी विशाल भारद्वाज ने पुष्पगुच्छ देकर उपाध्यक्ष, पूर्वांचल विकास बोर्ड नरेंद्र सिंह का स्वागत किया, जबकि अपर आयुक्त कमलेश कुमार अवस्थी ने बोर्ड के सभी सदस्यों को पुष्टगुच्छ भेंटकर उनका आभार व्यक्त किया। बैठक का संचालन बोर्ड के निदेशक पीके अग्रवाल ने किया। इस अवसर पर जिला अर्थ एवं संख्याधिकारी रामदरश व राजेश कुमार, मण्डलीय अर्थ एवं संख्या अधिकारी डा. नीरज श्रीवास्तव व हेमन्त कुमार के साथ ही सभी विभागों के मण्डलीय अधिकारी उपस्थित थे।