बलिया: शिक्षक ने RSS पर लगाया यह बड़ा आरोप, संघ ने बताया बेबुनियाद

संघ के जिला प्रचारक सत्येंद्र ने बताया कि संघ की तरफ से राम जन्मभूमि मंदिर निर्माण कार्य के लिए किसी पर दबाव नही बनाया जाता।

Update: 2021-03-08 12:36 GMT
बलिया: शिक्षक ने RSS पर लगाया यह बड़ा आरोप, संघ ने बताया बेबुनियाद

बलिया। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ द्वारा संचालित सरस्वती शिशु विद्या मंदिर के एक शिक्षक ने अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिए चंदा एकत्र न करने को लेकर विद्यालय से निकाले जाने व प्रताड़ित करने का आरोप लगाया है । हालांकि विद्यालय के प्रधानाचार्य व संघ के जिला प्रचारक ने आरोपों को बेबुनियाद करार देते हुए इसे खारिज कर दिया है ।

कहां का है मामला

जिले के सलेमपुर ग्राम के रहने वाले यशवंत प्रताप सिंह ने बताया कि वह जिला मुख्यालय के जगदीशपुर मोहल्ले में स्थित सरस्वती शिशु विद्या मंदिर में आचार्य के पद पर कार्यरत हैं । उन्हें अयोध्या में बन रहे राम मंदिर के निर्माण कार्य के लिए विद्यालय की तरफ से चंदा वसूली के लिए रशीद दिया गया । उन्होंने प्रयास कर तकरीबन 80 हजार रुपये वसूल कर विद्यालय को प्राप्त करा दिया । इसके बाद राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के जिला प्रचारक सत्येंद्र विद्यालय में आये तथा उन्होंने विधायक के प्रधानाचार्य धीरेंद्र की उपस्थिति में उन पर एक हजार रुपये का रसीद काटने के लिए दबाव बनाया । उनके द्वारा जब असमर्थता जताई गई तो उन्हें विद्यालय से निकालने की धमकी दी गई तथा उनके साथ दुर्व्यवहार किया गया ।

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क्या है आरोप

उन्होंने आरोप लगाया है कि उनका विद्यालय पर आठ माह का वेतन भी बकाया है , इसे भी नही दिया जा रहा । उन्होंने इस मामले में जिलाधिकारी कार्यालय में लिखित शिकायत देकर न्याय की गुहार लगाई है तथा न्याय न मिलने पर न्यायालय का दरवाजा खटखटाने की घोषणा की है । विद्यालय के प्रधानाचार्य धीरेंद्र ने बताया कि राम जन्मभूमि पर मंदिर निर्माण के लिए समर्पण कार्य के लिए विद्यालय के सभी कर्मचारियों को क्षमता के अनुसार रशीद दिया गया । आचार्य यशवंत प्रताप सिंह को भी तीन गड्डी रशीद दिया गया । उनके द्वारा स्वेच्छा से रशीद ली गई । इसके बाद उन्होंने रशीद काटकर वसूल की गई धनराशि जमा कर दिया , लेकिन उन्होंने रशीद की गड्डी प्राप्त नही कराया । आचार्य यशवंत प्रताप सिंह से रशीद की गड्डी प्राप्त कराने को कहा गया , लेकिन उन्होंने ऐसा नही किया ।

आरोप को बताया बेबुनियाद

उन्होंने आचार्य के आरोप को बेबुनियाद बताया तथा कहा कि उन्होंने स्वयं विद्यालय से त्यागपत्र देने का पत्र भेजा है । संघ के जिला प्रचारक सत्येंद्र ने बताया कि संघ की तरफ से राम जन्मभूमि मंदिर निर्माण कार्य के लिए किसी पर दबाव नही बनाया जाता। उन्होंने आरोप को निराधार करार देते हुए कहा कि आचार्य यशवंत प्रताप सिंह अनुशासन हीन व्यक्ति हैं । उनका शैक्षणिक कार्य में कोई रुचि नही रहता । विद्यालय के प्रधानाचार्य व संघ के जिला प्रचारक भले ही आचार्य के आरोप के बाद अपनी सफाई में शिक्षक को अनुशासनहीन करार दे दे , कुछ सवाल ऐसे हैं , जिसका कोई जबाब विद्यालय के पास नही है । मसलन यदि आचार्य अनुशासनहीन रहा तथा वह नियमित रूप से विद्यालय नही आता था तो विद्यालय ने इन परिस्थितियों के बावजूद उसे क्यों विद्यालय में बनाये रखा तथा उसके विरुद्ध कोई कार्रवाई क्यों नही किया ।

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रिपोर्ट- अनूप कुमार हेमकर

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