Ballia News: अंतरराष्ट्रीय साइबर ठगों ने की 32 लाख की ठगी, तीन आरोपी गिरफ्तार

Ballia News: पुलिस ने एक अंतरराष्ट्रीय साइबर ठग गैंग का भंडाफोड़ करते हुए तीन नाइजीरियन साइबर अपराधियों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने तहरीर के आधार पर मुकदमा दर्ज कर लिया है।

Update: 2023-09-17 16:01 GMT
पुलिस ने तीनों आरोपियों को किय गिरफ्तार(Pic:Newstrack)

Ballia News: सोशल मीडिया पर दोस्ती कर मंहगे उपहार देने के नाम पर 32 लाख रुपए की ठगी करने के मामले में पुलिस ने एक अंतरराष्ट्रीय साइबर ठग गैंग का भंडाफोड़ करते हुए तीन नाइजीरियन साइबर अपराधियों को गिरफ्तार किया है। अपर पुलिस अधीक्षक दुर्गा प्रसाद तिवारी ने रविवार की रात पत्रकारों को बताया कि जिले के सहतवार थाना क्षेत्र की रहने वाली एक युवती ने बीते 14 मई को तहरीर दिया था कि इस्तग्राम पर दोस्ती कर लारेंस माइकल ने मेरे शादी में मंहगे उपहार देने के नाम पर 32 लाख रुपए की उसके साथ ठगी किया है। तहरीर के आधार पर सहतवार थाना में भारतीय दण्ड संहिता की धारा 419 , 420 व आई टी एक्ट की धारा 66 डी में मुकदमा दर्ज किया गया।

आरोपियों से बरामद हुआ इतना समान

एसएसपी ने कहा कि इस मामले की विवेचना साइबर क्राइम पुलिस द्वारा की गई तथा पुलिस टीम ने दिल्ली के निहाल बिहार थाना क्षेत्र से शनिवार को तीन नाइजीरियन साइबर ठग चिबुक आस्टिन, चिमिजी जस्टिस व चिम्मक्का किजिट्टो को सात मोबाइल फोन, दो लैपटॉप, एक राउटर, दो डोंगल,चार पासपोर्ट, चार नाइजीरियन सिम कार्ड और भारतीय सिम कार्ड तथा अन्य फर्जी कागजत और सौ इंस्टाग्राम व फेसबुक की फर्जी आई डी व पासवर्ड तथा लगभग एक हजार भारतीय लोगों के कांट्रेक्ट नम्बर सहित गिरफ्तार किया है तथा गिरफ्तार तीनों नाइजीरियन साइबर अपराधियों को बलिया के मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी न्यायालय में पेश किया गया।

ऐसे करते थे ठगी

उन्होंने बताया कि गिरफ्तार नाइजीरियन साइबर अपराधियों ने पुलिस को पूछताछ में बताया है कि वह छात्र हैं तथा मेडिकल वीजा और स्टूडेंट बीजा पर भारत आये हैं और दिल्ली में रह रहे थे। मिजोरम व नागालैंड के लोगों के साथ मिलकर मंहगे उपहार व करोड़ो रुपए देने के बहाने भारत व अन्य देशों के आम लोगों से साइबर ठगी करते हैं। नागालैंड के डिमापुर की महिलाएं दिल्ली में रहकर उनका सहयोग करती हैं। ठगी के लिए नॉर्थ ईस्ट राज्य के पुरुष व महिलाओं को ज्यादा पैसा देने का लालच देकर बैंक खाते खुलवा लेते हैं तथा उनसे एक्टिवेटेड सिम प्राप्त कर लेते हैं। ठगी की धनराशि फर्जी बैंक खाते में जमा कर उसे निकाल लेते हैं और इसके बाद नाइजीरिया के बैंक खातों में जमा करा देते हैं। उन्होंने बताया कि पुलिस की जांच में ज्ञात हुआ कि गिरफ्तार नाइजीरियन साइबर अपराधियों ने नाइजीरियन व अफ्रीका के बैंक में पैसा जमा किए हैं। उन्होंने बताया कि पुलिस मिजोरम व नागालैंड के अपराध में शामिल लोगों की तलाश में जुटी हुई है।

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