Ballia Lok Sabha Seat: कौन हैं सनातन पांडेय, जिसे बलिया सीट से सपा ने बनाया उम्मीदवार
Ballia Lok Sabha Seat: सपा ने एक बार फिर सनातन पांडेय पर भरोसा जताया है। वहीं भाजपा ने इस सीट पर पूर्व प्रधानमंत्री चंद्रषेखर के पुत्र नीरज शेखर पर दांव लगाया है।
Ballia Lok Sabha Seat: बलिया संसदीय सीट पर समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार को लेकर चल रहा सस्पेंस खत्म हो गया है। सपा ने सनातन पांडेय को बलिया से चुनाव मैदान में उतारा है। सपा ने एक बार फिर सनातन पांडेय पर भरोसा जताया है। वहीं भाजपा ने इस सीट पर पूर्व प्रधानमंत्री चंद्रशेखर के पुत्र नीरज शेखर पर दांव लगाया है। नीरज शेखर पूर्व में भी दो बार बलिया से सांसद रह चुके हैं। वहीं सनातन पांडेय को साल 2019 में भी इस सीट पर हार का सामना करना पड़ा था। अब देखना यह है कि साल 2024 में सनातन पांडेय सपा को संजीवनी देने में कितना कामयाब होंगे।
कौन हैं सनातन पांडेय
सनातन पांडेय मूल रूप से बलिया के ही रहने वाले हैं। सनातन पांडे मिर्जापुर से डिप्लोमा की पढ़ाई करने के बाद गन्ना विभाग में इंजीनियर बने। वर्ष 1996 में नौकरी से इस्तीफा देकर राजनीति के क्षेत्र में कदम रखा और 2002 में चिलकहर विधानसभा से निर्दल प्रत्याशी के रूप में चुनाव लड़े लेकिन उन्हें हार का मुँह देखना पड़ा। इसके बाद उन्होंने समाजवादी पार्टी ज्वाइन कर ली और वो फिर 2007 में बलिया के चीलकहर विधानसभा से समाजवादी पार्टी से चुनाव लड़कर विधायक बने। परिसीमन के बाद चिलकहर विधानसभा का अस्तित्व समाप्त हो गया।
2012 में सपा ने सनातन पांडेय को बलिया के रसड़ा विधानसभा से उम्मीदवार बनाया लेकिन सनातन पांडे को हार का सामना करना पड़ा। हालांकि हार के बावजूद समाजवादी पार्टी ने इन्हें दर्जा प्राप्त मन्त्री का पद दिया। 2017 में सपा ने एक बार फिर इन्हें रसड़ा से प्रत्याशी बनाया लेकिन इस बार सनातन पांडे को फिर से हार का सामना करना पड़ा और इस बार सनातन पांडेय तीसरे स्थान पर रहे।
दो-दो बार चुनाव हारने के बावजूद सनातन पांडेय का कद सपा में कम नहीं हुआ और 2019 के लोकसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी ने इन्हे बलिया लोकसभा से प्रत्याशी बनाया लेकिन इस लोकसभा चुनाव में भी सनातन पांडे बीजेपी प्रत्याशी वीरेंद्र सिंह मस्त से करीब पंद्रह हजार मतों के मामूली अंतर से हार गए। इस बार फिर समाजवादी पार्टी ने सनातन पांडे पर भरोषा जताया है।