Banda News: हरियाणा के नूह-मेवात में सक्रिय वाहन चोर गैंग, बांदा पुलिस ने दो को दबोचकर बरामद किया चोरी का डंपर
Banda News: SP अंकुर अग्रवाल ने बताया- अभी गैंग के दो सदस्य हत्थे चढ़े हैं। शेष की तलाश जारी है। उन कबाड़ी को भी खोजा जा रहा है चोरी के ट्रकों को काटने में सहयोग करते हैं। सभी के खिलाफ गैंगस्टर की कार्रवाई कर अपराध से कमाई संपत्ति भी जब्त की जाएगी।
Banda News: डंपर चुराने वाले हरियाणा के नूह-मेवात में सक्रिय वाहन चोर गिरोहों के तार RTO आफिस के पास से जुड़े हैं। चोरी हुए डंपर समेत बांदा पुलिस के हत्थे चढ़े दो चोरों ने हरियाणा में गैंग की सक्रियता का खुलासा किया है। उनके पास से एक कार और तमंचा भी बरामद हुआ है। बांदा SP अंकुर अग्रवाल ने डंपर बरामद कर चोरों को दबोचने वाली पुलिस पार्टी को 20 हजार रुपए के पुरस्कार से नवाजा है।
डंपर समेत दबोचे गए चोरों ने नूंह-मेवात को बताया मुख्य ठिकाना
SP अग्रवाल ने बताया- चोरी हुए डंपर को नंबर प्लेट बदल कर हरियाणा ले जाया गया। रंगाई पुताई कर हुलिया बदलने के बाद बेचने के इरादे से चोर डंपर लेकर फिर बांदा आए। पुलिस व एसओजी की संयुक्त टीम दोनों चोरों को दबोचने में सफल रही। चोरों से चोरी हुआ डंपर और चोरी में इस्तेमाल की गई अर्टिगा गाड़ी बरामद हुई है। तमंचा भी मिला है। चोरों ने कुबूला कि हरियाणा के नूंह-मेवात में उनका पूरा गैंग है। ट्रकों को चुराना और इंजन चेसिस बदलकर ट्रक को बेचना उनका धंधा है।
कनवारा बाईपास से पुलिस और SOG के हत्थे चढ़े वाहन चोर
कोतवाली देहात पुलिस और एसओजी की संयुक्त टीम ने बुधवार (14 फरवरी) को दोनों वाहन चोरों को कनवारा बाईपास से तब दबोचा जब वे चोरी का डंपर बेचने की जुगत भिड़ा रहे थे। दोनों के नाम असगर खान पुत्र अब्दुल्ला और इमरान खान पुत्र इदरीश बताए गए हैं। दोनों हरियाणा के नूंह-मेवात जिले के निवासी हैं।
वापस बांदा आकर डंपर बेचने और अन्य वाहन चुराने की थी योजना
अभियुक्तों ने पुलिस को बताया- वाहन चोरी उनका पेशा है। नूंह में पूरा गैंग ऐक्टिव है। बांदा से एक फरवरी को चुराए डंपर को नंबर प्लेट बदलकर नूंह-मेवात ले गए। वहां रंगाई पुताई कर डंपर को वापस बांदा बेचने के लिए लाए थे। लगे हाथ अन्य वाहन चुराने की भी योजना थी।
सर्विलांस के जरिए गैंग पर थी पुलिस की नजर
SP अग्रवाल के मुताबिक- डंपर चोरी के हरियाणा के नूंह-मेवात में सक्रिय गैंग का पता चला था। सर्विलांस से गैंग की गतिविधियों पर नजर थी। गैंग चोरी के वाहनों का इंजन चेचिस बदल देता है। रंगाई पुताई से वाहन का हुलिया भी बदला जाता है। बाद में वाहन कम दामों में बेच दिया जाता है। दिल्ली आदि में ज्यादा खरीदे जाते हैं। ज्यादातर का इस्तेमाल मादक पदार्थ या शराब की तस्करी में होता है। पकड़े जाने के बाद इन ट्रक मालिकों का पता नहीं चल पाता।
गैंगस्टर लगाकर संपत्ति जब्त करने की तैयारी
उन्होंने बताया- अभी गैंग के दो सदस्य पकड़े गए हैं। शेष की तलाश जारी है। कुछ कबाडी भी हैं जो चोरी के ट्रकों को काटने में सहयोग करते हैं। सभी के खिलाफ गैंगस्टर की कार्रवाई होगी। अपराध से अर्जित संपत्ति भी जब्त की जाएगी।