Banda News: आपदा जोखिम प्रबंधन में महिलाएं निभाएंगी भूमिका

Banda News: उत्तर प्रदेश राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण उपाध्यक्ष योगेंद्र डिमरी ने कहा, 'आपातकालीन स्थित में बुनियादी जरूरतों के लिए महिलाएं एक-दूसरे को संगठित कर बेहतर सहायता प्रदान करती हैं।'

Report :  Om Tiwari
Update: 2024-02-22 15:33 GMT

Banda News (Pic:Newstrack)

Banda News: आपदा जोखिम प्रबंधन में महिलाओं को सहभागी बनाने की मंशा से गुरुवार (22 फरवरी) को कार्यशाला आयोजित हुई। स्वयं सहायता समूहों की महिलाओं को आपदा जोखिम कम करने और आपदाओं से बचाव को लेकर लोगों को जागरूक करने में दक्ष बनाने का प्रयास किया गया। कहा गया, 'PM नरेंद्र मोदी और CM योगी आदित्यनाथ मानते हैं कि आपदा जोखिम प्रबंधन में महिलाएं बेहतर भूमिका निभा सकती हैं।' कार्यशाला इसी भूमिका का प्रयोजन है।

आपदाओं से सतर्कता सजगता को जागरूक करना मकसद

राजा देवी डिग्री कालेज में महिला स्वयं सहायता समूहों की आपदा जोखिम न्यूनीकरण में भूमिका के बाबत आयोजित एक दिवसीय कार्यशाला में उप्र राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण उपाध्यक्ष योगेंद्र डिमरी ने कहा, 'सर्पदंश, सूखा, अतिवृष्टि, अग्निकांड, नदी में डूबने और बाढ़ आदि आपदाओं से जन-धनहानि होती है। सबसे अधिक महिलाएं, बच्चे और बुजुर्ग प्रभावित होते हैं। हानि कम करने और आपदाओं के प्रति सतर्क सजग रहने के लिए महिलाओं स्वयं सहायता समूहों को जागरूक करना कार्यशाला का मकसद है।'

अब तक 1800 महिला स्वयं सहायता समूहों को प्रशिक्षण

उन्होंने कहा, ' 'अब तक 1800 स्वयं सहायता समूह प्रशिक्षित हो चुके हैं। आपातकालीन स्थिति में बुनियादी जरूरतों के लिए महिलाएं एक-दूसरे को संगठित कर बेहतर सहायता प्रदान करती हैं। PM और CM के मार्गदर्शन में आपदा जोखिम प्रबंधन में महिलाओं की सहभागिता के लिए उन्हें जागरूक किया जा रहा है। इस सिलसिले को वह गांवों में आगे बढ़ाएंगी।'

बचाव के उपायों को समझें और जरूरत पर करें उपयोग

चित्रकूटधाम मंडलायुक्त बालकृष्ण त्रिपाठी ने कहा, 'आपदाओं से बचने व उनसे जनहानि को कम करने के उपायों को जानना अति आवश्यक है। स्वयं सहायता समूह की महिलाएं कार्यशाला में बचाव के उपायों को समझें और आवश्यकता पड़ने पर इन उपायों का भरपूर उपयोग करें। लोगों को आपदा से बचाव के प्रति जागरूक भी करें।

आपदा जोखिम न्यूनीकरण में स्वयं सहायता समूहों की खास भूमिका

जिलाधिकारी IAS दुर्गाशक्ति नागपाल ने कहा, 'आपदा जोखिम न्यूनीकरण में महिला स्वयं सहायता समूह की महत्वपूर्ण भूमिका है। महिलाएं आपदा से बचाव के लिए लोगों को जागरूक भी करें। कार्यशाला में मिली जानकारी को ठीक से समझकर आपदा जोखिम न्यूनीकरण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएं।'

सही उत्तर पर हर जिले से 5-5 महिलाओं का सम्मान

कार्यशाला में मंडल के चारों जिलों से आईं महिलाओं से आपदा प्रबंधन संबंध में प्रश्न पूंछे गए। सही उत्तर पर हर जिले से 5-5 महिलाओं को सम्मानित किया गया। कार्यशाला में उप्र राज्य आपदा प्रबंधन की परियोजना प्रबंधक डॉ.कनीज फातिमा समेत अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व राजेश कुमार, नगर मजिस्ट्रेट विजय शंकर तिवारी, डिग्री कालेज प्राचार्य और बड़ी संख्या में स्वयं सहायता समूहों की महिलाएं उपस्थित रहीं।

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