बाराबंकी पुलिस को मिली ये खास सुविधा, अब कर सकेगी ऐसा काम
जनपद मे शव को ले जाने की पुलिस की आ रही दिक्कत अब दूर हो जाएगी, क्योंकि अब पुलिस के पास अपनी खुद की शव को ले जाने की एम्बुलेन्स हो गयी है...
बाराबंकी: जनपद मे शव को ले जाने की पुलिस की आ रही दिक्कत अब दूर हो जाएगी, क्योंकि अब पुलिस के पास अपनी खुद की शव को ले जाने की एम्बुलेन्स हो गयी है। जिलाधिकारी के द्वारा प्रदत्त इस वाहन से बाराबंकी के पुलिस अधीक्षक इस कदर उत्साहित हो गए कि वह इस एम्बुलेन्स को खुद चला कर पुलिस लाइन लेकर गए।
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शवों को सम्मान सहित उनके घर पहुँचाया जा सकेगा
बाराबंकी के मुख्य चिकित्सा अधिकारी के कार्यालय पर आज जिलाधिकारी डॉक्टर आदर्श सिंह ने पुलिस की सहायता के लिए एक वाहन की चाभी सौंपी, यह वाहन पुलिस की शव को लाने की को ध्यान में रख कर दिया गया, इस वाहन के मिलने के बाद पुलिस का भी मानना है कि इस एम्बुलेन्स के मिलने के बाद जो शवों को लाने में दिक्कत हो रही थी वह अब दूर हो जाएगी और शवों को सम्मान सहित उनके घर पहुँचाया जा सकेगा।
इस वाहन को चलाने की जिम्मेदारी लेने वाले वाहन चालक सिपाही तारिक ने बताया कि इस वाहन को चलाने के लिए उस पर किस तरह का दबाव नहीं है बल्कि वह खुद स्वेच्छा से इस काम के लिए आगे आया है। इस काम में हमारे बड़े अधिकारियों का प्रोत्साहन उन्हें जरूर मिला है।
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बाराबंकी के जिलाधिकारी डॉ. आदर्श सिंह ने बताया कि पुलिस विभाग ने उनसे शवों को लाने और ले जाने के लिए एक वाहन के लिए कहा था और इसके लिए जिले में खड़ी एक एम्बुलेन्स को ठीक करवा कर पुलिस कप्तान के सुपुर्द किया जा रहा है, जिससे शवों को सम्मान सहित उनके परिजनों तक पहुँचाया जा सके।
...अब यह दिक्कत हमारे जनपद में नहीं आने वाली है
बाराबंकी के पुलिस अधीक्षक डॉ. अरविन्द चतुर्वेदी ने बताया कि काफी लम्बे समय से शव वाहन की माँग उनका विभाग कर रहा था जो आज पूरा हुआ है । देश के कई हिस्सों से ऐसी तस्वीरें अक्सर आती थी जिसमें शव को ले जाने की दिक्कतों को दिखाया जाता था। इस वाहन के मिल जाने से अब यह दिक्कत हमारे जनपद में नहीं आने वाली है। जनवरी से अब 4 सौ से ज्यादा शवों को पुलिस ने उठाया है जिसमें अधिकांश सड़क हादसे के थे।
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पुलिस अधीक्षक ने बताया कि इस वाहन को चलाने के लिए हमारे एक सिपाही ने स्वेच्छा से इस काम को स्वीकार किया है और मैने भी उसे आस्वस्त किया है कि यह काम बड़े पुण्य का है।
रिपोर्ट: सरफराज वारसी
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