Barabanki News: नसबंदी से पहले महिला को दिया बेहोशी का इंजेक्शन, हालत बिगड़ी तो डाक्टरों के फूले हाथ-पैर, एम्बुलेंस में तोड़ दिया दम
Barabanki News: बाराबंकी जिले से एक अनोखा मामला सामने आया है। यहां नसबंदी कैम्प के दौरान बेहोशी का इंजेक्शन देने के बाद एक महिला की तबीयत अचानक बिगड़ गई। जिसके बाद डाक्टरों के हाथ-पैर फूल गए और उन्होंने उसे आनन-फानन में जिला अस्पताल रेफर किया, लेकिन वहां पहुंचने से पहले ही रास्ते में एंबुलेंस पर महिला ने दम तोड़ दिया।
Barabanki News: उत्तर प्रदेश के बाराबंकी जिले से एक अनोखा मामला सामने आया है। यहां नसबंदी कैम्प के दौरान बेहोशी का इंजेक्शन देने के बाद एक महिला की तबीयत अचानक बिगड़ गई। जिसके बाद डाक्टरों के हाथ-पैर फूल गए और उन्होंने उसे आनन-फानन में जिला अस्पताल रेफर किया, लेकिन वहां पहुंचने से पहले ही रास्ते में एंबुलेंस पर महिला ने दम तोड़ दिया। वहीं मृतक महिला के परिजन अब आशा बहू, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के डाक्टरों और बाकी स्टाफ पर लापरवाही का आरोप लगा रहे हैं। महिला के परिजनों ने पुलिस के पास तहरीर देकर कार्रवाई की मांग की है। जबकि बाराबंकी के मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने महिला की मौत की वजह जानने के लिए तीन डाक्टरों के पैनल से पोस्टमार्टम कराने के निर्देश दिए हैं। उनका कहना है कि अगर किसी भी तरह की लापरवाही हुई है, तो कार्रवाई की जाएगी।
जानकारी के मुताबिक यह पूरा मामला रामनगर कोतवाली क्षेत्र में आने वाले बिकनापुर गांव से जुड़ा है। जहां के निवासी अमरीश कुमार का कहना है कि उसने गांव की आशा बहू नूतन मिश्रा के कहने पर पत्नी शांति देवी को नसबंदी के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र रामनगर में लगे कैम्प में भर्ती करवाया था। पति के मुताबिक ऑपरेशन के दौरान मेडिकल स्टाफ ने उसकी पत्नी को बेहोशी का इंजेक्शन दिया। इसके बाद से ही पत्नी शांति देवी की हालत अचानक बिगड़ने लगी। पति ने आरोप लगाया कि उसकी पत्नी ने डाक्टर और सीएचसी स्टाफ को इस बारे में जानकारी दी, लेकिन किसी ने उसकी बात पर गौर नहीं किया।
महिला की रस्ते में मौत
मृतक महिला के परिजनों ने बताया कि जब शांति देवी की हालत ज्यादा बिगड़ी तो डाक्टरों ने उसे आनन-फानन में जिला अस्पताल रेफर कर दिया। जब महिला को एंबुलेंस से लेकर जिला अस्पताल जा रहे थे तभी रास्ते में उसकी मौत हो गई। वहीं महिला की मौत की खबर सुनते ही परिजनों में कोहराम मच गया। पति के मुताबिक उसके तीन बेटी और एक बेटा है। पत्नी की मौत के बाद उसका परिवार पूरी तरह से तबाह हो गया है। पति ने पत्नी की नसबंदी के दौरान लापरवाही का आरोप लगाते हुए रामनगर कोतवाली पुलिस में पास कार्रवाई के लिए तहरीर भी दी है।
मौत की वजह अभी साफ नहीं
जबकि रामनगर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के सीएचसी अधीक्षक डाक्टर एलबी गुप्ता का कहना है की नसबंदी शिविर में 20 महिलाओं में से 19 महिलाओं के ऑपरेशन किए गए हैं। महिला शांति देवी की मौत की वजह अभी साफ नहीं है। वहीं बाराबंकी के मुख्य चिकित्सा अधिकारी डाक्टर अवधेश कुमार यादव ने बताया कि महिला की मौत की वजह जानने के लिए तीन चिकित्सकों के पैनल से पोस्टमार्टम कराया जा रहा है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद महिला की मौत का कारण स्पष्ट हो सकेगा। अगर ऑपरेशन के दौरान किसी भी तरह की लापरवाही बरती गई है तो संबंधित के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।