Barabanki News: सामाजिक कार्यकर्ता या जमीन कब्जाने में उस्ताद, जबरन नहीं होने दे रहे जमीन पर निर्माण कार्य
Barabanki News: इससे पहले भी जब हम लोगों ने प्लॉट पर काम शुरू कराया था, तो राजनाथ शर्मा के लड़के मृत्युंजय शर्मा, रनन्जय शर्मा और मौजूदा सभासद शिवा शर्मा ने हमको और हमारे मजदूरों को लाठी-डंडों से बहुत मारा था।
Barabanki News: बाराबंकी में एक तथाकथित समाजिक कार्यकर्ता हैं, जिनका नाम है राजनाथ शर्मा। वैसे तो यह तमाम सामाजिक कार्यों से खुद को जुड़ा हुआ दिखाने की कोशिश करते हैं। तमाम बड़े बड़े लोगों से खुद की पहचान होने का दावा भी करते हैं। लेकिन उनपर आरोप लग रहा है कि वह लोगों की जमीन हथियाने में काफी उस्ताद हैं और उसके लिये वह किसी भी स्तर तक गिर सकते हैं। नगर पालिका की पूर्व चेयरमैन के प्रतिनिधि व भाजपा नेता रंजीत बहादुर श्रीवास्तव ने तो यहां तक कह दिया कि राजनाथ शर्मा के बारे में बाराबंकी में कहा जाता है कि इनकी चरण पादुका जहां पड़ गई। वह जमीन उनकी हो जाती है। जमीन से जुड़ा एक ऐसा ही ताजा मामला सामने आया है। जिसमें एक शख्स ने उनपर आरोप लगाया है कि राजनाथ शर्मा व उनके पुत्र जबरन उनके प्लॉट पर काम नहीं होने दे रहे हैं।
मामला बाराबंकी में नगर कोतवाली क्षेत्र अंतर्गत ओबरी का बताया जा रहा है। जहां एक प्लॉट के मालिक गुरुप्रीत सिंह ने बताया कि उन्होंने ओबरी में एक प्लॉट खरीदा था। जिस पर निर्माण कार्य कराने से राजनाथ शर्मा और उनके लड़के लगातार मुझे रोक रहे हैं। जबकि मैं इस मामसे में सिविल कोर्ट से मुकदमा भी जीत चुका हूं। कोर्ट ने मेरे पक्ष में फेसला सुनाया है। इससे पहले भी जब हम लोगों ने प्लॉट पर काम शुरू कराया था, तो राजनाथ शर्मा के लड़के मृत्युंजय शर्मा, रनन्जय शर्मा और मौजूदा सभासद शिवा शर्मा ने हमको और हमारे मजदूरों को लाठी-डंडों से बहुत मारा था। कई बार हमने अपनी जमीन पर कब्जा लेने के लिये तहसील से न्याय मांगने की कोशिश की, लेकिन हमें कोई न्याय नहीं मिला।
तहसील प्रशासन ने भी प्लॉट पर काम रुकवा दिया
अधिवक्ता अभय कुमार मिश्रा ने बताया कि गुरुप्रीत सिंह के पास इस जमीन की रजिस्ट्री है, उनके नाम खतौनी है, उनका नक्शा पास है और तहसील की एनओसी भी है। इसके सारे कागज भी उनके पास हैं। उसके बाद भी कब्जा न मिलने पर मजबूरन उन्हें सिविल कोर्ट जाना पड़ा। कोर्ट का आदेश भी उनके पक्ष में हुआ। उसके बाद भी यह लोग उनके काम में दखल दे रहे हैं। राजनाथ शर्मा और उनके लड़के लगातार प्लॉट पर कराये जा रहे काम में व्यवधान उत्पन्न करवा रहे हैं। इसके अलावा तहसील प्रशासन ने भी प्लॉट पर काम रुकवा दिया। तहसीलदार ने कहा कि वह कोर्ट के किसी आदेश को नहीं मानता हैं। उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन को कम से कम कोर्ट के आदेश का पालन तो कराना चाहिये।
वहीं इस मामले में नगर पालिका की पूर्व चेयरमैन के प्रतिनिधि रंजीत बहादुर श्रीवास्तव ने बताया कि राजनाथ शर्मा के बारे में बाराबंकी में कहा जाता है कि इनकी चरण पादुका जहां पड़ गई। वह जमीन उनकी हो गई। न जाने कितने सरकारी स्कूलों का अस्तित्व इन्होंने खत्म करा दिया। उन्होंने डीएम सत्येंद्र कुमार से अपील करते हुए कहा कि राजनाथ शर्मा की संपत्तियों का ब्योरा मांगा जाए। उन्होंने कहा कि डीएम इनकी सभी संपत्तियों की जांच करा लें और जो-जो जमीनें राजनाथ शर्मा ने जहां-जहां कब्जा किया है, उन सभी को कब्जा मुक्त कराकर उसके असल हकदारों को दिलवा दें।