Ambedkar Jayanti 2022: दलितों को साधने में लगे सभी सियासी दल, 14 अप्रैल को पर्व की तरह मनेगी जयंती
DR BR Ambedkar Jayanti 14 April 2022: बहुजन समाज पार्टी पहले से ही अंबेडकर जयंती को पर्व के तौर पर मनाती आई है ।
Ambedkar Jayanti 2022: 14 अप्रैल को संविधान निर्माता डॉक्टर भीमराव अंबेडकर (Dr. Bhimrao Ambedkar Jayanti) जी की जयंती है। बाबा साहब की जयंती मनाने के लिए यूपी में सभी दलों ने अलग-अलग से अपने कार्यक्रम आयोजित किए हैं। सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (BJP) जहां सामाजिक समरसता पखवाड़ा मना रही है, उसके अंतर्गत 14 अप्रैल को बूथ स्तर पर बाबा साहब की जयंती मनाने का कार्यक्रम आयोजित किया है। वहीं समाजवादी पार्टी ने भी अपने नेताओं, कार्यकर्ताओं को निर्देश दिया है कि वह धूमधाम से अंबेडकर जयंती को मनाएं। बहुजन समाज पार्टी पहले से ही अंबेडकर जयंती को पर्व के तौर पर मनाती आई है । मायावती (Mayawati) भी इस खास दिन भीमराव अंबेडकर को अपनी श्रद्धा सुमन अर्पित करेंगी। बाबा साहब की जयंती की पूर्व संध्या पर आज लखनऊ (Lucknow) में बीजेपी के पूर्व सांसद जुगुल किशोर प्रेस कॉन्फ्रेंस कर अपनी पार्टी के पक्ष को रखेंगे।
बता दें बीजेपी ने अपने स्थापना दिवस 6 अप्रैल से ही सामाजिक समरसता पखवाड़ा मना रही है । जिसके तहत अलग-अलग कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं । इसी क्रम में इस पखवाड़े की समाप्ति 14 अप्रैल यानी डॉक्टर भीमराव अंबेडकर की जयंती पर श्रद्धांजलि देकर ख़त्म होगा । बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने बीते दिनों दिल्ली में हुई सांसदों और पदाधिकारियों की बैठक में यह निर्देश दिया था कि सभी नेता अपने-अपने क्षेत्र में बूथ स्तर पर बाबा साहब की जयंती को मनाएं । उनकी प्रतिमा पर माल्यार्पण कर लोगों में सामाजिक सद्भाव का संदेश दें। जिसके तहत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनके तमाम बड़े नेता दिल्ली में तो लखनऊ में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और बीजेपी के अन्य नेता बाबा साहब को अपना श्रद्धा सुमन अर्पित करेंगे।
वहीं मुख्य विपक्षी दल समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने भी अपने नेताओं को अंबेडकर जयंती को पर्व की तरह मनाने की निर्देश दिया है । पार्टी की ओर से जारी निर्देश के मुताबिक सभी पदाधिकारी, कार्यकर्ता और नेता हर जिले, कस्बे और गांव में शाम को दीप प्रज्वलित कर संविधान निर्माता भीमराव अंबेडकर को श्रद्धा सुमन अर्पित करेंगे । इस कार्यक्रम के लिए सपा के बड़े नेताओं को अलग-अलग जिलों का दायित्व सौंपा गया है । हां उनकी मौजूदगी में शाम को दीप जलाकर सभा का आयोजन होगा ।
मायावती बाबा साहब की जयंती को धूमधाम से मनाती हैं
बहुजन समाज पार्टी के मुखिया मायावती हर बार बाबा साहब की जयंती को धूमधाम से मनाती आई हैं । इस बार भी मायावती भीमराव अंबेडकर की जयंती पर अपना श्रद्धा सुमन अर्पित करेंगी । इसके साथ ही उन्होंने अपने नेताओं, कार्यकर्ताओं को भी कहा है कि वह संविधान निर्माता की जयंती को पर्व के तौर पर मनाए। अंबेडकर की जयंती से पहले लखनऊ के गोमती नगर स्थित अंबेडकर पार्क में तैयारियां तेज हैं । कल के दिन को खास बनाने के लिए यहां चारों और बाबा साहब की होल्डिंग, बैनर, पोस्टर लगाए गए हैं । इस दिन प्रदेश और देश के कोने कोने से लोग अंबेडकर पार्क में आते हैं और बाबा साहब को श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं।
दलितों को रिझाने में लगी पार्टियां
गौरतलब है की उत्तर प्रदेश समेत देश में दलितों की अच्छी खासी आबादी है । वह जिसके साथ जाते हैं उसका सत्ता में आना लगभग तय माना जाता है । दलितों को रिझाने के लिए सभी दल बाबा साहेब की जयंती को पर्व की तरह मनाने में लगे हुए हैं । कि दलितों का डॉक्टर भीमराव अंबेडकर के प्रति काफी लगाव है वह उन्हें भगवान का दर्जा देते हैं. दलित वोट बैंक उत्तर प्रदेश में एक समय मायावती का पूरी तरह से माना जाता था । लेकिन धीरे-धीरे इसमें 2014 से जो सेंधमारी शुरू हुई वह 2022 तक मायावती को एकदम कमजोर कर दिया है । अखिलेश यादव ने भी दलित वोट में इस बार सेंधमारी की और 2022 में इसका उन्हें फायदा भी मिला है, हालांकि वह सत्ता से दूर रहे । लेकिन भारतीय जनता पार्टी के साथ दलितों का एक बड़ा वोट बैंक जुड़ गया है । जिसके बाद अब बीजेपी दलितों को पूरी तरह से अपने पाले में रखने के लिए बाबा साहब की जयंती को खास पर्व की तरह बूथ स्तर पर मनाने का फैसला किया है।