CAA के खिलाफ BHU के प्रोफेसर: खोला मोर्चा, कानून वापस लेने के लिए...

सीएए पर बीएचयू के छात्रों में दो फाड़ देखा जा रहा है। कुछ छात्र इस कानून का पुरजोर विरोध कर रहे हैं। जिला प्रशासन ने बीएचयू के 12 छात्रों के खिलाफ केस भी दर्ज कराया है। विरोध का आलम ये है कि पिछले दिनों दीक्षांत समारोह के दौरान एक छात्र ने अपने डिग्री लेने से भी इंकार कर दिया था।

Update: 2019-12-26 07:10 GMT

वाराणसी: सीएए के खिलाफ प्रदर्शन जारी है। बनारस हिन्दू यूनिवर्सिटी में छात्रों के बाद अब प्रोफेसरों ने भी मोर्चा खोल दिया है। बीएचयू के अलग अलग संकाय और विभागों के 51 प्रोफेसरों ने प्रेस रिलीज जारी करके सरकार के इस नए कानून का विरोध किया है।

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चलाया सिग्नेचर कैम्पेन

सीएए का विरोध करने वाले प्रोफेसरों ने प्रेस रिलीज जारी करने के साथ ही सिग्नेचर कैम्पेन भी चलाया है। नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ सिग्नेचर करने वाले प्रोफेसरों में से कुछ बीएचयू आईआईटी से भी जुड़े हैं।

इन प्रोफेसरों ने सीएए को वापस लेने की मांग की। साथ ही इस कानून को बांटने वाला बताया। प्रोफेसरों का कहना है कि जिस तरह से जामिया मिलिया इस्लामिया सहित देश के कई अन्य विश्वविद्यालय में कानून का विरोध हो रहा है, उसका समर्थन होना चाहिए।

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सीएए पर बंटे बीएचयू के छात्र

सीएए पर बीएचयू के छात्रों में दो फाड़ देखा जा रहा है। कुछ छात्र इस कानून का पुरजोर विरोध कर रहे हैं। जिला प्रशासन ने बीएचयू के 12 छात्रों के खिलाफ केस भी दर्ज कराया है। विरोध का आलम ये है कि पिछले दिनों दीक्षांत समारोह के दौरान एक छात्र ने अपने डिग्री लेने से भी इंकार कर दिया था।

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