BHU: खत्म हुआ छात्रों का धरना, विश्वविद्यालय प्रशासन को 10 दिन का अल्टीमेटम
बनारस हिन्दू यूनिवर्सिटी में पिछले 15 दिनों से चल रहे फिरोज खान नियुक्ति विवाद मामले का आखिरकार पटाक्षेप हो गया है। नियुक्ति के विरोध में वीसी आवास के बाहर जमे छात्रों ने शुक्रवार की शाम को अपना धरना खत्म कर दिया।
वाराणसी: बनारस हिन्दू यूनिवर्सिटी में पिछले 15 दिनों से चल रहे फिरोज खान नियुक्ति विवाद मामले का आखिरकार पटाक्षेप हो गया है। नियुक्ति के विरोध में वीसी आवास के बाहर जमे छात्रों ने शुक्रवार की शाम को अपना धरना खत्म कर दिया।
छात्रों ने विश्वविद्यालय प्राशासन को लिखित जवाब के लिये दिया 10 दिन का समय दिया है। इस दौरान छात्र कक्षा का बहिष्कार करते रहेंगे।
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तो फिर होगा आंदोलन
छात्रों के अनुसार तय समय के अंदर अगर विश्वविद्यालय की ओर से ठोस जवाब नहीं मिलता है, तो उनका आंदोलन फिर शुरु होगा। छात्रों के अनुसार शनिवार को एक प्रतिनिधिमंडल रविन्द्रपुरी स्थित स्थानीय प्रधानमंत्री जनसंपर्क कार्यालय में ज्ञापन देगा। इसके बाद आगे की रणनीति तय होगी। छात्रों ने गुरुवार को वीसी के सामने 5 सूत्रीय मांगें रखी थी।
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क्या था नियुक्ति को लेकर विवाद ?
मूलरूप से राजस्थान के जयपुर के रहने वाले फिरोज खान की नियुक्ति पिछले महीने बीएचयू के संस्कृत धर्म विज्ञान संकाय में बतौर असिस्टेंट प्रोफेसर के रूप में हुई थी। एक मुस्लिम प्रोफेसर की नियुक्ति की खबर जैसे ही छात्रों को हुई, हंगामा शुरू हो गया।
छात्रों का एक दल वीसी आवास के बाहर धरने पर बैठ गया। छात्रों के मुताबिक फिरोज खान की नियुक्ति बीएचयू के अधिनियम 1915 के खिलाफ है। दूसरी तरफ विश्वविद्यालय प्राशासन का कहना था कि फिरोज की नियुक्ति यूजीसी की गाइड लाइन के अनुरूप हुई है।
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