कोरोना को लेकर मचा है हाहाकार, यहां जांच के नाम पर हो रहा ऐसा

पूरे देश में कोरोना का कहर जारी है। लेकिन सूबे के स्वास्थ्य मंत्री के गृह जनपद सिद्धार्थनगर जो नेपाल बॉर्डर पर स्थित है और 68 किलोमीटर खुली सीमा है यहाँ बॉर्डर पर कोरोना से निपटने की तैयारियां नाकाफी नजर आ रही हैं।

Update: 2020-03-19 09:20 GMT

Intezar Haider

लखनऊ: पूरे देश में कोरोना का कहर जारी है। लेकिन सूबे के स्वास्थ्य मंत्री के गृह जनपद सिद्धार्थनगर जो नेपाल बॉर्डर पर स्थित है और 68 किलोमीटर खुली सीमा है यहाँ बॉर्डर पर कोरोना से निपटने की तैयारियां नाकाफी नजर आ रही हैं। जिले के नेपाल बॉर्डर पर अलीगढ़वा, हरिवंशपुर खुनुआ में स्वास्थ्य विभाग की टीम तो कैम्प के लिए बैठाई गयी है, इसके बावजूद यहां केवल बैनर लगा कर कोरोना से निपटा जा रहा है ना तो कैंप दिख रहें ना कैम्पो में कोई डॉक्टर और न ही जाँच करने के लिए कोई स्वास्थ्य कर्मी है।

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वहीं दूसरी तरफ नेपाल रेडक्रॉस सोसायटी के लोग अपने कैम्प में मौजूद दिखे यहाँ जो देखने को मिला वह इतनी बड़ी संक्रामक बीमारी से निपटने की तैयारियों के नाम पर मजाक से अधिक और कुछ नहीं कहा जा सकता। नेपाल बॉर्डर पर बने कैम्पो में सिर्फ पोलियो ड्रॉप पिलाने वाले ही आमतौर पर मौजूद रहते है ऐसा यहाँ के लोगो का कहना है।लोगो की माने तो कोई जाँच नहीं की जा रही है। यहाँ जाच के लिए जिनकी ड्यूटी लगाई गयी है वो सिर्फ अधिकारियो के आने के समय ही दिखाई देते है।

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इसी शिकायत को संज्ञान लेकर जब जिलाधिकारी सिद्धार्थनगर के अलीगढवा बार्डर पहुंचे तो स्वास्थ विभाग भी एकदम अलर्ट दिखा जब इस लापरवाही के बारे में जिलाधिकारी से बात की गयी तो उन्होंने कहा कि कुछ जगहों से शिकायते मिली थी और सीएमओ के जाँच में भी एक जगह टीम नहीं मिली।जिनके खिलाफ कार्यवाही की जा रही है।अब ऐसे मे इस संक्रामक बीमारी में लापरवाही बरतने वालो खिलाफ कार्यवाही करने से आखिर कैसे रोका जायेगा।अगर लापरवाही से नेपाल बॉर्डर से कोई संक्रमित मरीज भारत यानि सिद्धार्थनगर जिले में आ गया तो और वायरस लोगो में फ़ैल गया तो क्या होगा इसका भी डर लोगो में बना हुआ है।

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