बड़ी खबर, 787 छात्रों का पहला जत्था पहुंचा अम्बेडकरनगर
इस दौरान बातचीत में छात्रों ने बताया कि लाॅकडाउन में गरीबों के लिए तो प्रशासन व कई संस्थाएं भोजन व राशन उपलब्ध करा रहीं थीं लेकिन उन सबके लिए किसी के भी हाथ आगे नही बढ़े जिसके कारण आने वाले दिनों में उन लोगों के समक्ष भोजन का संकट उत्पन्न हो जाता।
अम्बेडकर नगरः प्रयागराज से जिले में आया 787 छात्रों का पहला जत्था। लोहिया भवन व नवोदय विद्यालय में की गई थर्मल स्क्रीनिंग। लेकिन नही दिखा सोशल डिस्टेंस, होम क्वारेंन्टाइन में रहने के लिए घर भेजे गये सभी छात्र।
लाॅकडाउन के दौरान प्रयागराज में फंसे छात्रों को प्रदेश सरकार द्वारा उनके गृह जनपदों में पंहुचाया जा रहा है। इसी कड़ी में बुधवार को जिले में भी 787 छात्रों को लेकर बसें पंहुची जिन्हें दो स्थानों पर उतार कर उनकी थर्मल स्क्रीनिंग कराई गई।
475 छात्रों को जिला मुख्यालय पर स्थित लोहिया भवन में उतारा गया जबकि 312 छात्रों को नवोदय विद्यालय परिसर में उतारा गया। लोहिया भवन में क्षेत्राधिकारी धर्मेन्द्र सचान मेडिकल टीम के साथ मौजूद रहे। प्रभारी तहसीलदार सदर सन्तोष कुमार ओझा ने दोनों स्थानों पर छात्रों की माॅनीटरिंग की।
लोहिया भवन व नवोदय विद्यालय परिसर में स्वास्थ्य विभाग का अमला भी मौजूद रहा जहां छात्रों की थर्मल स्क्रीनिंग का कार्य किया गया। थर्मल स्क्रीनिंग के दौरान सभी छात्र स्वस्थ पाये गये जिसके बाद उनका नाम पता नोट कर उन्हें 14 दिन के लिए होम कोरेंन्टाइन रहने की हिदायत के साथ घर भेज दिया गया।
कोई भी दिक्कत होने पर अधिकारियों से करें संपर्क
सभी छात्रों को सलाह दी गई है कि वह किसी भी प्रकार की दिक्कत होने पर तुरन्त अधिकारियों से सम्पर्क करेंगे। थर्मल स्क्रीनिंग के बाद छात्र अपने परिजनों के साथ अपने -अपने घर चले गये।
तहसीलदार ने बताया कि बुधवार देर रात तक छात्रों को लेकर और बसों के पंहुचने की संभावना है जिसके लिए तैयारियां पूरी कर ली गई है। लोहिया भवन में रखे गये छात्रों के मध्य सोशल डिस्टेंसिंग नदारद रही । छात्र एक साथ बैठकर आपस में बातचीत करते देखे गये लेकिन अधिकारियों ने उन्हें टोकने की भी आवश्यकता नही समझी।
इस दौरान बातचीत में छात्रों ने बताया कि लाॅकडाउन में गरीबों के लिए तो प्रशासन व कई संस्थाएं भोजन व राशन उपलब्ध करा रहीं थीं लेकिन उन सबके लिए किसी के भी हाथ आगे नही बढ़े जिसके कारण आने वाले दिनों में उन लोगों के समक्ष भोजन का संकट उत्पन्न हो जाता। प्रयागराज से छात्रों को उनके घर तक पंहुचाने के लिए उन्होंने मुख्यमंत्री को बधाई दी।