UP के बाद बिहार में दर्ज हुआ BSP नेताओं के खिलाफ केस, माया का भी नाम

Update:2016-07-29 13:57 IST

लखनऊ बीजेपी से निकाले गए दयाशंकर की पत्नी और बेटी के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी और नारे को लेकर यूपी की अदालत में तो अभी तक मामला दर्ज नहीं हुआ लेकिन बिहार की एक अदालत से इस मामले को गंभीरता से लेते हुए बसपा प्रमुख मायावती, महासचिव नसीमुद्दीन सिद्दिकी, प्रदेश बसपा अध्यक्ष रामअचल राजभर और सचिव मेवालाल पर प्राथमिकी दर्ज कराने का आदेश दिया है।

कोर्ट ने की परिवाद पर सुनवाई

बिहार में वैशाली जिले की कोर्ट ने एक परिवादपत्र पर सुनवाई करते हुए बसपा प्रमुख मायावती और तीन अन्य नेताओं के खिलाफ मुकदमा चलाने के आदेश दिए। हाजीपुर सिविल कोर्ट के चीफ ज्‍यूडिशियल मजिस्‍ट्रेट जयराम प्रसाद की कोर्ट ने अजीत सिंह की ओर से दायर एक परिवादपत्र की सुनवाई करते हुए गुरुवार को यह आदेश पारित किया।

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बीएसपी नेताओं पर दर्ज हो केस

अदालत ने अपने आदेश में कहा है कि मायावती, नसीमुद्दीन सिद्दिकी, रामअचल राजभर और मेवालाल के खिलाफ भड़काऊ भाषणों के जरिए समाज में नफरत फैलाने का केस दर्ज किया जाए। दायर याचिका के अनुसार 21 जुलाई को एक जनसभा में मायावती ने अपने पार्टी कार्यकर्ताओं को बीजेपी से निष्कासित नेता दयाशंकर सिंह की मां, पत्नी और बेटी को निशाना बनाने के लिए भड़काया था। इन भाषणों से देश की एकता और संप्रभुता भी प्रभावित हुई है और याचिकाकर्ता को भी तकलीफ पहुंची है।

क्‍या है पूरा मामला?

बीजेपी के प्रदेश उपाध्यक्ष दयाशंकर सिंह ने पिछले दिनों मायावती पर अभद्र टिप्पणी की थी।

इसके जवाब में बसपा के नेताओं ने दयाशंकर की पत्नी और बेटी के लिए वैसे ही अभद्र शब्द कहे। मायावती पर टिप्पणी के बाद बीजेपी ने दयाशंकर को पद और पार्टी से निकाल दिया था।

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