पड़ोसी देशों के सीमा विवाद में राजनीति कर रही है भाजपा व कांग्रेस: मायावती
मायावती ने मंगलवार को कई टवी्ट किए। उन्होंने पड़ोसी देशो चीन व नेपाल के संबंध में भाजपा व कांग्रेस को निशाने पर लेते हुए राजनीति करने का आरोप लगाया है।
लखनऊ। बहुजन समाज पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती ने मंगलवार को टवी्ट करके यूपी के बेसिक शिक्षा विभाग में 69 हजार शिक्षकों की भर्ती में हुई बड़े पैमाने पर गड़बड़ी, धांधली व भ्रष्टाचार की सीबीआई जांच की मांग की है। बसपा प्रमुख ने कहा है कि इस भर्ती के संबंध में रोज नए-नए खुलासे व तथ्यों के उजागर होने के कारण अब यह मामला काफी गंभीर हो गया है।
निक की बीमारी से परेशान प्रियंका, उड़ चुकी है रातों की नींद
मायावती ने किए ट्वीट
मायावती ने मंगलवार को कई टवी्ट किए। उन्होंने पड़ोसी देशो चीन व नेपाल के संबंध में भाजपा व कांग्रेस को निशाने पर लेते हुए राजनीति करने का आरोप लगाया है। उन्होंने टवी्ट कर कहा कि यह बड़े दुर्भाग्य की बात है कि कोरोना महामारी के चलते जब देश की जनता में त्राहि-त्राहि मची हुई है। तब भी खासकर भाजपा व कांग्रेस इसकी आड़ में घिनौनी राजनीति कर रहीं है तथा अब चीन के साथ सीमा विवाद को लेकर भी इनमे आरोप-प्रत्यारोप जारी है, जो देशहित में उचित नहीं है।
उन्होंने कहा कि चीन के साथ दूसरे पड़ोसी देश नेपाल के साथ भी सीमा विवाद अब काफी गंभीर रूप धारण करता जा रहा है। ऐसे में देश की सभी राजनीतिक पार्टियों को दलगत राजनीति से ऊपर उठ कर देशहित में ही सोचना चाहिए। साथ ही, ऐसे मामलों में यदि केंद्र सरकार सबको विश्वास में लेकर चले तो यह बेहतर होगा।
निशाने पर शाहरुख, प्रियंका समेत कई दिग्गज अभिनेता, जानें आखिर क्या है मामला
गरीब व श्रमिकों को लेकर भी किया ट्वीट
बसपा सुप्रीमों ने एक अन्य टवी्ट में देश में कोरोना महामारी के इस अति-संकटकालीन दौर में भी वैसे तो सर्वसमाज के करोड़ों गरीब, श्रमिक वर्ग व अन्य मेहनतकश लोग सरकारी अनदेखी प्रताड़ना आदि झेल रहे है, ऐसे समय में भी खासकर यूपी में दलितों की आए दिन हो रही हत्या व उनका उत्पीड़न अति दुखद व अति-गंभीर बात है।
मायावती ने अमरोहा के डोमखेड़ा व बिजनौर के लाडनपुर गांव में सामंती तत्वों द्वारा दलित की हत्या अति-निन्दनीय बताया है। उन्होंने यूपी सरकार को सलाह देते हुए कहा कि इन मामलों को अति गंभीरता से लेकर पीड़ित परिवार की पूरी मदद करे व इनके दोषियों के विरूद्ध सख्त कदम उठाए ताकि ऐसी दर्दनाक घटनाएं आगे न हो।
रिपोर्टर- मनीष श्रीवास्तव, लखनऊ