UP Nikay Chunav: भाजपा में दूल्हे का अता-पता नहीं, घोड़ा-गाड़ी, बैंड बाजा सब कुछ तैयार

UP Nikay Chunav: भाजपा द्वारा महापौर प्रत्याशी के नामांकन की तिथि 24 अप्रैल घोषित करते हुए जो कार्यक्रम जारी किया गया है। उसके अनुसार प्रदेशाध्यक्ष भूपेन्द्र चौधरी 24 अप्रैल सुबह 10 बजे एसजीएम गार्डन में जनसभा को संबोधित करेंगे। 11 बजे डिजिटल चुनावी रथ का शुभारंभ करेंगे। साढ़े 11 बजे महापौर प्रत्याशी का नामांकन कराएंगे।

Update:2023-04-23 20:38 IST
UP Nikay Chunav 2023 (Photo: Social Media)

Nikay Chunav Meerut News: घोड़ा-गाड़ी,बैंड बाजा सबकुछ तैयार है, लेकिन अभी तक दूल्हे का नाम फाइनल नहीं है। भाजपा में महापौर पद को लेकर लगभग यही हालात हैं। यानी, भाजपा की तरफ से महापौर पद के प्रत्याशी के नामाकंन की तिथि और बाकी सब तैयारियां तो पूर्ण हैं, लेकिन प्रत्याशी कौन होगा इसका अभी तक कोई अता-पता नहीं है। दरअसल, भाजपा द्वारा महापौर प्रत्याशी के नामांकन की तिथि 24 अप्रैल घोषित करते हुए जो कार्यक्रम जारी किया गया है। उसके अनुसार प्रदेशाध्यक्ष भूपेन्द्र चौधरी 24 अप्रैल सुबह 10 बजे एसजीएम गार्डन में जनसभा को संबोधित करेंगे। 11 बजे डिजिटल चुनावी रथ का शुभारंभ करेंगे। साढ़े 11 बजे महापौर प्रत्याशी का नामांकन कराएंगे। लेकिन, प्रत्याशी कौन होगा इसकी कोई जानकारी नहीं दी गई है।

टिकट के दावेदारों में बेचैनी बढ़ी

बैचेन भाजपाई दिन हो या रात सोशल मीडिया पर सूची तलाश रहे हैं। लेकिन उनकी यह तलाश भी तक पूरी नहीं हुई है। ऐसे में टिकट की आस लगाए भाजपाई दावेदारों का दिन का चैन व रात की नींदें उड़ी हुई है। दूसरी तरफ सपा-रालोद गठबंधन,कांग्रेस और बसपा के महापौर पद के प्रत्याशियों द्वारा चुनाव प्रचार शुरु भी किया जा चुका हैं। क्योंकि नामांकन की अंतिम तिथि 24 नवम्बर यानी कल है। इसलिए संभावना है कि भाजपा द्वारा महापौर पद के लिए प्रत्याशी की घोषणा आज शाम अथवा देर रात तक की जा सकती है। सूत्रों की मानें तो प्रत्याशी जाट-गुर्जर या फिर पंजाबी समाज से होगा। लेकिन, होगा कौन इसको लेकर स्थानीय भाजपा के बड़े से बड़े नेता भी कन्फर्म नहीं हैं। दरअसल, मेरठ समेत वेस्ट यूपी की राजनीति में मुसलमान-दलितों के अलावा जाट-गुर्जर का दबदबा रहा है।

सही उम्मीदवार का चयन चुनौती

भाजपा इस बार मेरठ की महापौर सीट पर काबिज होने के लिए बेकरार है। इसलिए भाजपा मेरठ की सीट पर मजबूत और जिताऊ प्रत्याशी खड़ा करना चाहती है। लेकिन ऐसे किसी उम्मीदवार की तलाश करना भाजपा नेतृत्व के लिए मुश्किल हो रहा है। बसपा और कांग्रेस द्वारा मुस्लिम प्रत्य़ाशी खड़ा किये जाने के बाद भाजपा राहत में जरूर है। लेकिन, सपा-रालोद गठबंधन के बीच पड़ रही दरार एकाएक थम जाने से भाजपा की चिंता बढ़ गई है। बता दें कि सपा ने सरधना के विधायक अतुल प्रधान की पत्नी सीमा प्रधान को चुनाव मैदान में उतारा है। अतुल प्रधान क्योंकि चौधरी चरण सिंह विवि के धाकड़ छात्र नेता रहे हैं और मुस्लिमों में भी उनका अच्छा-खासा असर है, इसलिए सपा प्रत्याशी को मजबूत उम्मीदवार माना जा रहा है।

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