UP Politics: राजा भैया के गढ़ में सेंध लगा पाएंगे अमित शाह! इस लोकसभा सीट को लेकर BJP का बड़ा कदम

UP Politics:केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह स्वयं यूपी की एक-एक सीट के सियासी समीकरणों पर बारीकी से नजर रख रहे हैं और वहां के नेताओं से मिलकर फीडबैक ले रहे हैं।

Written By :  Krishna Chaudhary
Update:2023-12-28 13:27 IST

Raja Bhaiya Amit Shah  (photo: social media )

Kaushambi Seat 2024: आगामी आम चुनाव में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी ने उत्तर प्रदेश की सभी 80 लोकसभा सीटें जीतने का लक्ष्य तय किया है। इसको लेकर दिल्ली से लेकर लखनऊ तक बैठकों का दौर चल रहा है। केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह स्वयं यूपी की एक-एक सीट के सियासी समीकरणों पर बारीकी से नजर रख रहे हैं और वहां के नेताओं से मिलकर फीडबैक ले रहे हैं। इसी क्रम में प्रतापगढ़ जिले का बीजेपी प्रतिनिधिमंडल अमित शाह से दिल्ली में मिला।

जानकारी के मुताबिक, ये मुलाकात पिछले सप्ताह हुई। शाह से मुलाकात करने वालों में पूर्व सांसद राजकुमारी रत्ना सिंह, पूर्व जिलाध्यक्ष हरिओम मिश्र, पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष प्रमोद मौर्या, जिला उपाध्यक्ष राजन मिश्र, आशुतोष जायसवाल सहित 32 बीजेपी के जिला पदाधिकारी शामिल हैं। बीजेपी सूत्रों की मानें तो बैठक में कौशांबी लोकसभा सीट पर जीत की हैट्रिक लगाने पर मंथन हुआ। अमित शाह की ओर से नेताओं को कुछ निर्देश भी दिए गए।

राजा भैया के गढ़ में तीसरी बार हैट्रिक लगाने की तैयारी में बीजेपी

उत्तर प्रदेश की कौशांबी लोकसभा सीट में कौशांबी जिले की तीन और प्रतापगढ़ जिले की दो सीटें आती हैं। प्रतापगढ़ की जो दो सीटें आती हैं, वो हैं – कुंडा और बाबागंज। ये दोनों सीटें बाहुबली राजनेता और जनसत्ता दल लोकतांत्रिक के मुखिया रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया का गढ़ है। कुंडा जहां से राजा भैया खुद वर्षों से विधायक हैं और अभी तक कभी नहीं हारे। वहीं बगल की बाबागंज सीट पर भी उन्हीं की पार्टी का विधायक है। इन दोनों सीटों पर बीजेपी 2017 और 2022 की लहर में भी जीत हासिल नहीं कर सकी।

ऐसे में लोकसभा चुनाव के दौरान कौशांबी सीट निकालने के लिए जरूरी है कि इन दोनों विधानसभा सीटों से तगड़ी लीड ली जाए। बीजेपी इस बार कौशांबी जिले की तीनों विधानसभा सीट सिराथू, चायल व मंझनपुर को गंवा चुकी है। 2014 और 2019 के लोकसभा चुनाव में भाजपा को यहां से तगड़ी लीड मिली थी क्योंकि पार्टी यहां मजबूत स्थिति में थी, इसलिए उसे राजा भैया के प्रभाव वाले क्षेत्र में ज्यादा जोर नहीं लगाना पड़ा था। लेकिन अब स्थिति अलग है।

कौशांबी लोकसभा की एक भी विधानसभा सीट पर अब बीजेपी का कब्जा नहीं रह गया है। लिहाजा पार्टी ने प्रतापगढ़ की इन दो विधानसभा सीटों पर अपना फोकस बढ़ा दिया है। बीजेपी निकाय चुनाव में राजा भैया के गढ़ में सेंध लगा भी चुकी है। नगर पंचायत मानिकपुर (कुंडा) और नगर पंचायत हीरागंज बाजार (बाबागंज) में राजा भैया के जोर लगाने के बावजूद भाजपा ने जीत हासिल की।

कौशांबी में राजा भैया भी उतारेंगे उम्मीदवार

कौशांबी लोकसभा सीट से भारतीय जनता पार्टी के विनोद सोनकर लगातार दो बार से चुनाव जीत रहे हैं। उन्हें उम्मीद है कि इस बार भी क्षेत्र में उनके द्वारा कराए गए विकास कार्यों, मोदी मैजिक और मजबूत संगठन के बदौलत वह जीत की हैट्रिक लगा लेंगे। यहां से राजा भैया अपनी पार्टी जनसत्ता दल लोकतांत्रिक के उम्मीदवार को भी खड़ा करेंगे। माना जा रहा है कि शैलेंद्र कुमार उनकी पार्टी से चुनाव मैदान में उतर सकते हैं। कुमार 2009 में सपा के टिकट पर यहां से जीते थे। 2014 में मोदी लहर में उन्हें हार का सामना करना पड़ा था। 2019 में उन्होंने जनसत्ता दल लोकतांत्रिक के सिंबल पर चुनाव लड़ा और तीसरे स्थान पर रहे।

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