भाजपा नेताओं ने उड़ाई धज्जियां, यहां सोशल डिस्टेंस मतलब कुछ नहीं
सपा नेता मनोज यादव ने भाजपा सरकार पर निशाना साधते हुए कहा है कि भाजपा से जुड़े लोग कोरोना महामारी से निपटने का केवल दम भर रहे हैं |
बलिया । भाजपा की केंद्र व राज्य सरकार भले ही कोरोना से बचाव को लेकर मास्क पहनने व सोशल डिस्टेंस का पालन करने पर जोर दे रही हो, लेकिन हकीकत यह है कि भाजपा से जुड़े लोग ही चौकसी का पालन करते नजर नही आ रहे हैं । भाजपा विधायक सुरेंद्र सिंह की मौजूदगी में हुए एक सरकारी कार्यक्रम में कोरोना से सुरक्षा सम्बन्धी चौकसी की खुलेआम धज्जियां उड़ाये जाने पर शासित दल के नेता विपक्षी नेताओं के निशाने पर हैं।
गंगा नदी के तट पर बुल्लापुर मौजा में कटान से मुक्ति के उद्देश्य से गंगा नदी की धारा मोड़ने के लिए ड्रेनेज कार्य का शुक्रवार को शुभारंभ किया गया । भाजपा के बड़बोले विधायक सुरेन्द्र सिंह ने पूजन कर कार्य का विधिवत शुभारंभ किया। शुभारंभ के मौके पर लॉक डाउन में लागू किये गये सभी नियमों की खुलेआम धज्जियां उड़ाई गई । पूजन के समय भाजपा विधायक स्वयं मास्क नही पहने हुए दिखाई दिये । उनके इर्दगिर्द खड़े लोगों ने भी मास्क नही पहना था। यही नही पूजन के समय सोशल डिस्टेंस की भी कोई परवाह नही की गई । यही नही नदी में यात्रा करते समय भी चौकसी का पालन नही किया गया।
मनोज यादव ने भाजपा सरकार पर साधा निशाना
इस दौरान भाजपा विधायक श्री सिंह मास्क पहने तो थे लेकिन अधिकारियों से बात करते समय मास्क को नीचे कर बातचीत किया तथा सोशल डिस्टेंस का कत्तई पालन नही किया । इस मौके पर उपस्थित पुलिस अधिकारियों ने सोशल डिस्टेंस का पालन न किये जाने को लेकर कार्यक्रम में उपस्थित भाजपा नेताओं को सचेत भी किया, लेकिन इसका भाजपा नेताओं पर कोई असर नही पड़ा । इस मामले में सियासत गरमा गई है । सपा नेता मनोज यादव ने भाजपा सरकार पर निशाना साधते हुए कहा है कि भाजपा से जुड़े लोग कोरोना महामारी से निपटने का केवल दम भर रहे हैं । हकीकत में भाजपा से जुड़े लोग कोरोना से बचाव को लेकर कोई चौकसी बरतने के लिए तैयार नही हैं ।
नदी की धारा मोड़ने की घोषणा की
उल्लेखनीय है कि बलिया सदर व बैरिया तहसील क्षेत्र में पिछले साल नदी के कटान ने जमकर तबाही मचाई थी । बैरिया तहसील के केहरपुर, गोपालपुर, दूबेछपरा, उदयीछपरा, गंगापार के नौरंगा आदि ग्रामों में भारी क्षति हुई थी। दो तटबंधों के अधिकांश भाग ध्वस्त हो गये तथा सैकड़ों मकान नदी में समाहित हो गए। बाढ़ व कटान की विभीषिका के मध्य आये मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कटान से मुक्ति के लिये स्थायी प्रबंध करने व नदी की धारा मोड़ने की घोषणा की थी ।
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30 करोड़ रुपये का व्यय अनुमानित
मुख्यमंत्री की घोषणा को अमलीजामा पहनाते हुए विभाग ने अरबों रुपये की परियोजना स्वीकृत किया है । प्रथम चरण में तीन किलोमीटर लम्बाई के मध्य कार्य प्रस्तावित है । इस पर तकरीबन 30 करोड़ रुपये का व्यय अनुमानित है । गंगा नदी की धारा मोड़ने के लिए मौके पर ड्रेजर मशीन, पोकलेन के साथ ही अन्य संसाधन पहुंच चुका है। महत्वपूर्ण यह भी है कि रामगढ़ व गंगापुर ग्राम के लिये भी तकरीबन सात करोड़ रुपये की लागत की दो परियोजनाओं पर भी शीघ्र कार्य शुरू होने की संभावना है ।
श्रमिकों को रोजगार प्रदान करें
राज्य सरकार ने फैसला किया है कि चयनित नदियों का विस्तृत डीपीआर सिंचाई विभाग के माध्यम से बनवाने के बाद नदियों के पुनरुद्धार में मनरेगा योजना के तहत जो कार्य कैचमेंट एरिया में कराए जा रहे हैं। उनको चालू रखते हुए वृक्षारोपण, नालों का जीर्णोद्धार तथा तालाबों के जीर्णोद्धार का कार्य कराते हुए श्रमिकों को रोजगार प्रदान किया जाए। पायलट के तौर पर चयनित सई नदी, मंदाकिनी नदी एवं पांडु नदी की डीपीआर जल्द से जल्द तैयार कर लिए जाएगा।
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