लखनऊ: बीजेपी ने नवनियुक्त प्रदेश अध्यक्ष केशव मौर्या ने मंगलवार को पदभार संभालते ही अपना चुनावी एजेंडा सबके सामने रख दिया। उन्होंने कहा, ''अयोध्या राम मंदिर हमारा मुद्दा नहीं है। राम हमारी आस्था का विषय है। हम उत्तर प्रदेश को सपा -बसपा मुक्त बनाने आए हैं। सिर्फ और सिर्फ विकास ही हमारा चुनावी एजेंडा है। यूपी में एक परिवारवादी और दूसरी जातिवादी पार्टी है। नारा देने से उत्तर प्रदेश उत्तम प्रदेश नहीं बनेगा। इसके लिए उत्तम सरकार भी चाहिए ''
और क्या बोले प्रदेश अध्यक्ष ?
-हर मोर्चे पर फेल है यूपी सरकार
- जनता में राज्य सरकार की नीतियों को लेकर काफी नाराजगी है।
-कानून-व्यवस्था की स्थिति खराब चल रही है।
-इसकी गवाही खुद आंकड़े दे रहे हैं।
-मेरा चुनावी मुद्दा विकास है। गांव गरीब किसान का है।
-केंद्र की योजनाओं का किसानों को लाभ नहीं मिल रहा
-बुंदेलखंड की स्थिति बहुत खराब है। भ्रष्टाचार चरम पर है।
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'बेरोजगारी को करना है दूर'
-नौजवानों को रोजगार दिलाना मेरा लक्ष्य है।
-बेरोजगारी का आलम यह है की चपरासी के पदों के लिए 23 लाख आवेदन आए।
-इसमें से 350 से ज्यादा पीएचडी धारक थे।
-सचिवालय के लिए सिर्फ 345 चपरासी की जरूरत थी।
-23 लाख से ज्यादा का आवेदन आये जिसमे 350 से ज्यादा पीएच डी धारक थे।
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265 से ज्यादा सीटों का है लक्ष्य
-केशव प्रसाद मौर्या ने कहा कि राष्ट्रीय नेतृत्व ने यूपी की जिम्मेदारी सौंपी है।
-मेरे सामने 265 से ज्यादा सीटें लाने का लक्ष्य है।
-जनता के बीच जाऊंगा और केंद्र की नीतियों को बताऊंगा।
-मुझे विशवास है कि मैं यूपी में बीजेपी को सत्ता में ले आऊंगा।
-मेरे ऊपर लगे सभी मुकदमे राजनीतिक हैं।
-मैं प्रदेश सरकार के खिलाफ जब उतरूंगा तो मुमकिन है कि और भी मुकदमे मेरे ऊपर दर्ज हों
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