Power Cut In Moradabad: बिजली कटौती से परेशान पीतल कारीगर, बिजली विभाग की चल रही मनमानी
Power Cut In Moradabad: बिजली कटौती के कारण मुरादाबाद जो पीतल नगरी के नाम से मशहूर था, पीतल का काम अब पिट चुका है।
Moradabad: उत्तर प्रदेश में बिजली उत्पादन का कोई स्रोत नहीं है। मुरादाबाद में बिजली का वितरण पश्चिमांचल विद्युत कारपोरेशन द्वारा किया जा रहा है। मुरादाबाद जो पीतल नगरी के नाम से मशहूर था, पीतल का काम था तो अब पिट चुका है। मुरादाबाद के पीतल के बड़े-बड़े कारीगर और एक्सपोर्टर सब नोएडा या बाहर कही शिफ्ट हो चुके है। जो अब चालिस प्रतिशत काम रह गया है उसे बिजली के रेट की बड़ी मार पड़ी है।
जनपद में विगत दो माह से बिजली के रेट चुनावों की वजह से कम हुए तो काम थोड़ा शुरू हुआ था उसे भी बिजली की मार झेलनी पड़ रही है। अब बात करते हैं मुरादाबाद के बाशिंदों की, तो यहां बिजली की स्थिति सरकार के कथन के बिलकुल उल्टी है।
सरकार भले ही शहरी इलाके में 24 घंटे बिजली देने की बात कहती है परन्तु यहां बिजली की दयनीय स्थिति है। यहां किसी भी क्षेत्र में चले जाएं बिजली tirp मारती रहती है। बिजली के tirp मारने के कारण इलेक्ट्रिक सामान का भी नुकसान होता है।
बिजली का बिल बहुत से लोग नही दे पाते हैं- अभियंता
बिजली विभाग के कई बड़े अधिकारियों से संपर्क करना चाहा परंतु सफलता नहीं मिली। काशी राम नगर बिजली विभाग पर जब हम पहुंचे और वहां अभियंता से बात की तो उन्होंने तो एक नई कहानी ही बना दी, उनके कथन के अनुसार 'बिजली का बिल बहुत से लोग नही दे पाते हैं हमे उनके कनेक्शन काटने पड़ते हैं। इस लिए हम रात को या किसी भी वक्त बिजली काट लगा देते हैं। ये काशीराम गरीब आवासीय कालोनी के अभियंता का जवाब था। इसीके साथ कैमरा के सामने बात करने से उन्होंने मना कर दिया।
बिजली विभाग अवैध मनमानी धन उगाही करता है-स्थानीय निवासी
एक स्थानीय निवासी ने बताया कि बिजली विभाग इतना निकम्मा और बेसुध है कि इसे लोगों की परेशानियों से कोई सरोकार नही है। इनके अपने घर में फ्री की बिजली जलती रहती है। सबसे बड़ी परेशानी यह है कि बिजली विभाग चेकिंग के नाम पर रात को घरों में घुस जाते हैं और बिजली के फाल्ट होने पर शिकायत करने पर नही आते हैं और आते भी हैं तो अवैध मनमानी धन उगाही करते हैं।