Mayawati: मायावती का सपा पर बड़ा हमला, जातिवादी द्वेष की राजनीति का आरोप, स्वामी प्रसाद मौर्य को भी घेरा
Mayawati on SP: बहुजन समाज पार्टी की मुखिया मायावती ने सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य की ओर से प्रतिमा के अनावरण समारोह में लगाए गए नारे 'मिले मुलायम-कांशीराम, हवा में उड़ गए जयश्री राम' का भी जिक्र किया। सोशल मीडिया पर इस नारे का वीडियो वायरल होने के बाद मंगलवार की शाम रायबरेली सदर कोतवाली में पूर्व मंत्री के खिलाफ धार्मिक सौहार्द बिगाड़ने के आरोप में एफआईआर भी दर्ज कराई गई है।
Mayawati on SP: बहुजन समाज पार्टी की मुखिया मायावती ने समाजवादी पार्टी पर एक बार फिर बड़ा हमला बोला है। उन्होंने कहा कि यूपी के विकास और जनहित से जुड़े हुए मुद्दों को उठाने की जगह सपा जातिवादी द्वेष और अनर्गल मुद्दों की राजनीति करने में जुटी रही है और यही सपा का स्वभाव रहा है। समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव की ओर से सोमवार को रायबरेली में बसपा संस्थापक कांशीराम की प्रतिमा का अनावरण किए जाने के बाद मायावती ने सपा पर हमले और तेज कर दिए हैं।
उन्होंने सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य की ओर से प्रतिमा के अनावरण समारोह में लगाए गए नारे 'मिले मुलायम-कांशीराम,हवा में उड़ गए जयश्री राम' का भी जिक्र किया। सोशल मीडिया पर इस नारे का वीडियो वायरल होने के बाद मंगलवार की शाम रायबरेली सदर कोतवाली में पूर्व मंत्री के खिलाफ धार्मिक सौहार्द बिगाड़ने के आरोप में एफआईआर भी दर्ज कराई गई है। मायावती ने इसका जिक्र करते हुए स्वामी प्रसाद मौर्य को भी घेरा है।
बसपा को बदनाम करने की सपा की साजिश
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बसपा मुखिया ने आज ट्वीट के जरिए सपा पर तीखे हमले किए हैं। उन्होंने कहा कि कांशीराम ने 1993 में मिशनरी भावना के तहत सपा के साथ गठबंधन किया था। इस गठबंधन के कारण ही मुलायम सिंह यादव को मुख्यमंत्री बनने का मौका मिला था मगर उनकी नीयत पाक साफ नहीं थी। बसपा की ओर से समर्थन दिए जाने के बावजूद वे बसपा को बदनाम करने और दलित उत्पीड़न में जुटे रहे।
मायावती ने कहा कि यदि उस दौर को याद किया जाए तो उस समय अयोध्या, श्रीराम मंदिर और अपर कास्ट से जुड़े हुए कई नारे प्रचारित किए गए। सपा ने सोची समझी साजिश के तहत बसपा को बदनाम करने के लिए इन नारों को प्रचारित किया था। उन्होंने कहा कि जातिवादी द्वेष की भावना बढ़ाना सपा का स्वभाव रहा है। इसलिए दलितों, अन्य पिछड़ा वर्ग से जुड़े लोगों और मुस्लिम समाज को सपा की ऐसी हरकतों से सावधान रहना चाहिए।
स्वामी प्रसाद मौर्य के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज
दरअसल समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने सोमवार को रायबरेली में कांशीराम की प्रतिमा का अनावरण किया था। यह कार्यक्रम पूर्व में बसपा नेता रहे स्वामी प्रसाद मौर्य की ओर से आयोजित किया गया था। सियासी जानकारों का मानना है कि कांशीराम की प्रतिमा के अनावरण के जरिए सपा मुखिया अखिलेश यादव दलित वोट बैंक में सेंध लगाने की कोशिश में जुटे हुए हैं। इसी कारण मायावती ने सपा पर हमले तेज कर दिए हैं।
इसी कार्यक्रम में स्वामी प्रसाद मौर्य ने 'मिले मुलायम कांशीराम, हवा में उड़ गए जय श्रीराम' के नारे का जिक्र किया था। इस नारे को लेकर मायावती काफी खफा नजर आई और उन्होंने स्वामी प्रसाद पर हमला बोला है। इस मामले में एफआईआर दर्ज होने के बाद पुलिस मामले की जांच पड़ताल में जुट गई है। स्वामी प्रसाद मौर्य के खिलाफ दी गई तहरीर में आरोप लगाया गया है कि स्वामी प्रसाद का बयान समाज को आहत करने वाला है। रायबरेली की सीओ सदर वंदना सिंह ने बताया कि एफआईआर दर्ज करने के बाद मामले की जांच की जा रही है।