Karpoori Thakur Jayanti: मायावती ने कर्पूरी ठाकुर को श्रद्धांजलि देते हुए केंद्र से कर दी बड़ी मांग
Karpoori Thakur Jayanti: तमाम पार्टियों के नेता उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित कर रहे हैं। इसी कड़ी में बहुजन समाज पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष और यूपी की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने भी स्वर्गीय कर्पूरी ठाकुर को याद किया है।
Karpoori Thakur Jayanti: बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और जननायक की उपाधि हासिल करने वाले कद्दावर सोशलिस्ट नेता कर्पूरी ठाकुर की आज 100वीं जयंती है। केंद्र सरकार एक दिन पहले उन्हें देश का सर्वोच्च सम्मान ‘भारत रत्न’ से सम्मानित करने का ऐलान कर चुकी है। पिछड़ों के राजनीतिक एवं सामाजिक उभार में ठाकुर का योगदान अद्वितीय है। दो बार मुख्यमंत्री रहते हुए उन्होंने कई ऐसे फैसले लिए जो सामाजिक न्याय के रास्ते में मील का पत्थर साबित हुए।
उनकी जयंती के मौके पर आज दलगत राजनीति से ऊपर उठकर तमाम पार्टियों के नेता उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित कर रहे हैं। इसी कड़ी में बहुजन समाज पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष और यूपी की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने भी स्वर्गीय कर्पूरी ठाकुर को याद किया है। उन्होंने एक्स पर लिखा, ‘देश में खासकर अति-पिछड़ों को उनके संवैधानिक हक के लिए आजीवन कड़ा संघर्ष करके उन्हें सामाजिक न्याय व समानता का जीवन दिलाने वाले जननायक श्री कर्पूरी ठाकुर जी को आज उनकी 100वीं जयंती पर अपार श्रद्धा-सुमन अर्पित।‘
भारत रत्न देने के फैसले की तारीफ की
मायावती ने अपने दूसरे ट्वीट में कर्पूरी ठाकुर को भारत रत्न से सम्मानित करने के केंद्र के फैसले की तारीफ की है। उन्होंने लिखा, बिहार के दो बार मुख्यमंत्री रहे देश के ऐसे महान व्यक्तित्व श्री कर्पूरी ठाकुर जी को देर से ही सही अब भारत रत्न की उपाधि से सम्मानित करने के केन्द्र सरकार के फैसले का स्वागत। देश के इस सर्वोच्च नागरकि सम्मान के लिए उनके परिवार व सभी अनुयाइयों आदि को हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं।
कांशीराम के लिए मांगा भारत रत्न
मायावती ने इस दौरान केंद्र सरकार से बसपा संस्थापक और देश में दलितों के सबसे बड़े नेताओं में गिने जाने वाले कांशीराम के लिए भारत रत्न की मांग की। उन्होंने एक्स पर लिखा, दलितों एवं अन्य उपेक्षितों को आत्म-सम्मान के साथ जीने व उन्हें अपने पैरों पर खड़ा करने के लिए बीएसपी के जन्मदाता एवं संस्थापक मान्यवर श्री कांशीराम जी का योगदान ऐतिहासिक व अविस्मरणीय है, जिन्हें करोड़ों लोगों की चाहत अनुसार भारत रत्न की उपाधि से सम्मानित करना जरूरी है।
कर्पूरी ठाकुर को भारत रत्न देने पर नेताओं की प्रतिक्रिया
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने स्वर्गीय कर्पूरी ठाकुर को याद करते हुए कहा, उन्होंने समाज के हर तबके के लिए काम किया। शराबबंदी की, शिक्षा के क्षेत्र में काम किया। इनका योगदान बहुत बड़ा है। देशभर में उनका नाम है। हम पहले से ही लगातार उनके लिए भारत रत्न की मांग कर रहे थे। कुमार ने कहा कि उन्हीं से प्रेरणा लेकर हम आज पिछड़ों के उत्थान के लिए काम कर रहे हैं।
बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कहा कि इस निर्णय की जितनी भी सराहना की जाए उतनी कम है। जननायक कर्पूरी ठाकुर को भारत रत्न से सम्मानित करने का मतलब देश के हर गरीब और वंचित को सम्मानित करने से है। कर्पूरी ठाकुर का जीवन हमेशा सामाजिक न्याय के लिए समर्पित रहा। उन्होंने गरीबों को न्याय दिलाने के लिए अपना जीवन लगा दिया। राजनीति में सामाजिक न्याय के लिए पिछड़े वर्ग को सबसे ज्यादा पहचान और सम्मान प्रधानमंत्री मोदी ने दिया है।
वहीं, केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे ने कहा, जो लोग कहते हैं कि हमने पहले कहा है और भाजपा ने कर्पूरी ठाकुर को दबाव में सम्मानित किया है, वो लोग उन्हें कपटी ठाकुर कहते थे, क्या वे (लालू यादव) भूल गए? प्रधानमंत्री मोदी ही ये कर सकते थे। उन्होंने तमाम लोगों को सम्मान दिया है।