Bulandshahr News: देशी घी पर 12% और दूध पाउडर पर 5% GST को किया जाए समान, PMO ने लिया संज्ञान
Bulandshahr News: दूध और दुग्ध उत्पादों पर समान रूप से जीएसटी लगाने के लिए बुलंदशहर जनपद की परम डेयरी लिमिटेड खुर्जा के चेयरमैन एवं मैनेजिंग डायरेक्टर डा.राजीव कुमार अग्रवाल ने पीएमओ को पत्र लिखा है।
Bulandshahr News: यूपी के बुलंदशहर जनपद की परम डेयरी लिमिटेड खुर्जा के चेयरमैन एवं मैनेजिंग डायरेक्टर डा.राजीव कुमार अग्रवाल ने दुग्ध उत्पादक किसानों पर दुग्ध उद्योग को बढ़ावा देने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र भेजा है। पीएमओ को भेजे पत्र में दूध और दुग्ध उत्पादों पर समान जीएसटी लागू किए जाने की मांग को गई है। कहा गया है कि दुग्ध निर्मित उत्पाद देशी घी पर 12% जीएसटी है जब कि दूध पाउडर पर 5% जीएसटी है। डा.राजीव अग्रवाल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से दूध के सभी उत्पादों पर 5%जीएसटी करने की मांग की है। डा.राजीव अग्रवाल ने बताया कि सरकार ने उनके पत्र का संज्ञान लिया है और उम्मीद है कि पीएम मोदी किसान और डेयरी उद्योग हित में देशी घी से जीएसटी कम करा सकते है।
स्वेत क्रांति में बुलंदशहर की अहम भूमिका
यूपी के बुलंदशहर की स्वेत क्रांति में अहम भूमिका रही है, दुग्ध उत्पादन के क्षेत्र में बुलंदशहर लगातार अग्रसारित है और एक अनुमान के अनुसार 25% दिल्ली की दुग्ध की आपूर्ति बुलंदशहर से होती है। बुलंदशहर के हजारों गांवों में लाखो पशु पालक दुग्ध उत्पादक ऐसे किसान है जिनकी जीविका दूध पर निर्भर है।
दूध और दुग्ध उत्पादों पर लगे सामान जीएसटी
परम डेयरी के एमडी डा.राजीव अग्रवाल ने बताया कि सरकार द्वारा देशी घी और दूध पाउडर पर यदि 5% ही जीएसटी कर देती है तो इसका सीधा लाभ दुग्ध उत्पादक किसानों और डेयरी उद्योग को मिलेगा जिससे डेयरी उद्योग मजबूत हो सकेंगे। डा.राजीव अग्रवाल ने बताया कि 10 सितम्बर 2024 को उन्होंने पीएमओ को पत्र भेजा और अब इसको संज्ञान में लेते हुए प्रधानमंत्री कार्यालय से सेक्शन ऑफिसर शिखा शर्मा ने इस बाबत संबंधित विभाग को संज्ञान में लेने को कहा है, जिसकी प्रति डा. राजीव कुमार अग्रवाल को भी भेजी गई है। बता दे कि देशी घी पर 12% और दूध पाउडर पर 5%जीएसटी है, डेयरी उद्योग ने दोनो पर 5%जीएसटी लगाए जाने की मांग की है
किसानों और डेयरी उद्योग को मिलेगा बढ़ावा
डेयरी उद्योग से जुड़े लोगों का मानना है कि सरकार यदि देशी घी पर जीएसटी कम करती है, तो इससे किसानों और डेयरी उद्योग को बढ़ावा मिलेगा। तो देशी घी की दरों में भले ही गिरावट आए, लेकिन भाव कम होने से हर थाली तक देशी घी पहुंच सकता है, देशी घी मानव स्वास्थ्य के लिए भी लाभदायक होता है । डेयरी उद्योग को पीएम मोदी से देशी घी पर भी 5% जीएसटी लागू किए जाने की उम्मीद बनी है।