Us illegal immigrants: अमेरिका से निकाले गए अवैध प्रवासी का यूपी कनेक्शन – वकील ने बनवाए थे फर्जी दस्तावेज

Us illegal immigrants: लुधियाना जिले का गुरविंदर सिंह जिसे अमेरिका से निकाले जाने के तुरंत बाद पुलिस ने स्नैचिंग के मामले में गिरफ्तार किया है।;

Newstrack :  Network
Update:2025-02-19 15:09 IST

अमेरिका से निकाले गए अवैध प्रवासी का यूपी कनेक्शन   (photo: social media) 

Us illegal immigrants: अमेरिका से निकाले गए एक अवैध भारतीय प्रवासी का अजीबोगरीब कारनामा सामने आया है। इस शख्स ने अमेरिका में घुसने की पहले भी कोशिशें की थीं और केन्या तथा रूस से वापस भगाया गया था। यही नहीं, इस व्यक्ति को रूस की जेल में भी रखा गया था। ये शख्स है लुधियाना जिले का गुरविंदर सिंह जिसे अमेरिका से निकाले जाने के तुरंत बाद पुलिस ने स्नैचिंग के मामले में गिरफ्तार किया है। गुरविंदर सिंह को गलत तरीके से अमेरिका भेजने की कोशिश करने तथा धोखाधड़ी के मामले में कुछ ट्रेवल एजेंटों और यूपी के एक वकील के खिलाफ मामला दर्ज किया है।

क्या है मामला

इंडियन एक्सप्रेस की एक रिपोर्ट के अनुसार, लुधियाना पुलिस द्वारा 17 फरवरी को दर्ज की गई एफआईआर में कहा गया है कि अमेरिका से निकाले जाने के तुरंत बाद एक स्नैचिंग मामले में गिरफ्तार लुधियाना गुरविंदर सिंह ने उत्तर प्रदेश के आवासीय पते वाले फर्जी पासपोर्ट बनवाया था और अमेरिका जाने की कोशिश में बेलारूस की सीमा अवैध रूप से पार करते समय पकड़े जाने पर तीन दिन रूसी जेल में भी बिताए थे। गुरविंदर सिंह ने दुबई के एक ट्रैवल एजेंट सहित ट्रैवल एजेंटों को 69.40 लाख रुपये का भुगतान भी किया था।

गुरविंदर सिंह ने केन्या और रूस के रास्ते अमेरिका पहुंचने के दो असफल प्रयास किए और आखिरकार इस साल 25 जनवरी को तीसरे प्रयास में अमेरिका-मेक्सिको सीमा पर पहुँच भी गया लेकिन वह वहां पकड़ा गया और उसे भारत वापस भेज दिया गया। उसके बयान के आधार पर पुलिस ने पांच ट्रैवल एजेंटों के खिलाफ एक नई एफआईआर दर्ज की है।

लुधियाना के सरसाली कॉलोनी का निवासी गुरविंदर सिंह दिसंबर 2023 में घर से निकला था। वह 15 फरवरी को अमेरिका से निकाले गए लोगों के दूसरे बैच में अमृतसर पहुंचा। जब पता चला कि 2021 के लुधियाना स्नैचिंग मामले में उसके खिलाफ गैर-जमानती वारंट लंबित थे तब पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने कहा कि लुधियाना और फरीदकोट में उसके खिलाफ स्नैचिंग और डकैती का भी मामला है।

कई लोगों के खिलाफ मामला दर्ज

लुधियाना पुलिस ने अब लुधियाना के ट्रैवल एजेंट चरणजीत सिंह, निशांत कुमार (उत्तर प्रदेश के एक वकील), बठिंडा के संदीप कुमार, दुबई के रविंदर देओल और सतनाम सिंह के खिलाफ मेहरबान पुलिस स्टेशन में धारा 406 (विश्वासघात), 420 (धोखाधड़ी), 370 (लोगों की तस्करी), 120-बी आईपीसी और इमिग्रेशन एक्ट की 24 के तहत दंपति से 69.40 लाख रुपये की ठगी करने और गुरविंदर को "फर्जी पासपोर्ट और दस्तावेजों" के आधार पर विदेश भेजने के आरोप में एफआईआर दर्ज की है।

गुरविंदर की पत्नी हरदीप कौर ने पुलिस को दी अपनी शिकायत में कहा है कि गुरविंदर ने आईईएलटीएस पास कर लिया था और वह विदेश में काम करना चाहता था। वह अपने गांव के पूर्व सरपंच चरणजीत सिंह के संपर्क में आया जो ट्रैवल एजेंट के तौर पर भी काम करता है। उन्होंने बताया कि उन्होंने गुरविंदर को 35 लाख रुपये में अमेरिका भेजने का वादा किया था।

शिकायत में कहा गया है कि गुरविंदर ने चरणजीत को बताया था कि उसके खिलाफ तीन आपराधिक मामले दर्ज हैं, जिसके बाद चरणजीत ने कहा कि वह किसी दूसरे राज्य के फर्जी पते पर उसका नया पासपोर्ट बनवा देगा।

एफआईआर के मुताबिक, 2023 में चरणजीत गुरविंदर को लखनऊ ले गया और निशांत कुमार से मिलवाया। हरदीप ने बताया कि चरणजीत और निशांत ने गुरविंदर का फर्जी आधार कार्ड, वोटर कार्ड और नया पासपोर्ट बनवाने के लिए 1.25 लाख रुपये लिए।

पहले नैरोबी भेजा

हरदीप कौर के मुताबिक, दिसंबर 2023 में गुरविंदर को पहले टूरिस्ट वीजा पर मुंबई के रास्ते नैरोबी भेजा गया, जिसके लिए चरणजीत ने 12.50 लाख रुपये नकद लिए। हरदीप ने बताया कि चरणजीत ने दावा किया था कि गुरविंदर को सूरीनाम, निकारागुआ से मैक्सिको होते हुए अमेरिका भेजा जाएगा, लेकिन नैरोबी पहुंचने के बाद उसे वापस मुंबई भेज दिया गया। हरदीप ने बताया कि मार्च 2024 में चरणजीत ने उन्हें ट्रैवल एजेंट संदीप कुमार और रविंदर देओल से मिलवाया। फिर से गुरविंदर को अमेरिका भेजने के लिए 32 लाख रुपये में सौदा तय हुआ और 8.50 लाख रुपये देने के बाद उसे थाईलैंड भेज दिया गया।

हरदीप ने बताया कि एजेंट के कहने पर उसके पति ने 9,000 अमेरिकी डॉलर भी साथ ले लिए। लेकिन दुबई के रास्ते अमेरिका भेजने की बजाय उसे मास्को भेज दिया गया। चरणजीत ने मैक्सिको की फ्लाइट टिकट का इंतजाम करने के बहाने हरदीप से 6.50 लाख रुपये और ले लिए। हरदीप ने बताया कि इसके बदले गुरविंदर को अवैध तरीके से बेलारूस की सीमा पार करवा दिया गया, जहां सेना ने उसे गिरफ्तार कर लिया और रूस की जेल में भेज दिया, जहां उसने तीन दिन बिताए। जेल से रिहा होने के बाद वह टूरिस्ट वीजा पर अबू धाबी चला गया। उसने बताया कि चरणजीत ने गुरविंदर के लिए ब्राजील का टिकट बुक करने के नाम पर 2 लाख रुपए और लिए, लेकिन इसके बजाय उसे वापस दिल्ली भेज दिया।

इतना सब होने बाद गुरविंदर एक अन्य एजेंट सतनाम सिंह से मिला जिसने उसे अमेरिका भेजने के लिए 32 लाख रुपए मांगे। फिर उसे गुयाना भेजा गया, जिसके बाद उन्होंने 10 लाख रुपए और दिए। इए सिलसिला यहीं ख़त्म नहीं हुआ। गुरविंदर से ब्राजील पहुंचने के बाद 8 लाख रुपए और लिए गए। गुरविंदर ने फिर पनामा के जंगलों से होते हुए अमेरिका-मेक्सिको सीमा पर पहुंचने के लिए अवैध रूट पकड़ा और ग्वाटेमाला तथा फिर मैक्सिको पहुंचा। इसके बाद चरणजीत ने 13 लाख रुपए की एक और किस्त ली।

गुरविंदर ने अंततः 25 जनवरी को सीमा पार की लेकिन उसे अमेरिकी अधिकारियों ने पकड़ लिया और देश से निकाल कर दिया। लुधियाना के पुलिस आयुक्त कुलदीप सिंह चहल ने कहा है कि शिकायतकर्ता के अनुसार उनसे 61.75 लाख रुपए नकद और 9,000 अमेरिकी डॉलर (7.82 लाख रुपए) ठगे गए।

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