रामपुर: प्रदेश के कैबिनेट मंत्री आज़म ख़ान के गृह जनपद रामपुर में सुलगती राजनीतिक आग शांत होने के बजाय भड़कती जा रही है। जिला प्रशासन ने सोमवार देर शाम जौहर यूनिवर्सिटी के करीब आलियागंज में तीन और मकानों को जेसीबी से ध्वस्त कर दिया। करीब एक हफ्ते पहले यहां पांच मकानों को ज़मींदोज़ करने के बाद विरोध की आग भड़क उठी थी, जिसके बाद सरकार से लेकर राजभवन तक बयानबाज़ी की चपेट में आ गये थे। लेकिन मामले को शांतिपूर्वक निपटाने के बजाय प्रशासन सख्त रवैया अपनाये हुए है।
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क्या है मामला ?
-आज़म ख़ान के ड्रीम प्रोजेक्ट जौहर यूनिवर्सिटी के पास बसे आलियागंज में प्रशासन ने तीन और मकान ध्वस्त कर दिए।
-छह दिन पहले ही प्रशासन ने यहां पांच गरीबों के मकान तोड़ दिए थे।
-प्रशासनिक कार्रवाई के बाद स्थानीय लोग भड़क उठे थे।
-विरोध प्रदर्शन के बीच लोगों ने कार्रवाई के पीछे मंत्री आज़म ख़ान का हाथ बताया।
-धरना प्रदर्शन और जुलूस निकाल कर लोगों ने कार्रवाई का विरोध किया।
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बेघर लोगों ने ठुकराया प्रशासन का ऑफर
-प्रशासन ने बेघर हुए लोगों को तीन लोहिया आवास और 100-100 गज जमीन देने की पेशकश की, जिसे लोगों ने ठुकरा दिया।
-इसके बाद जिला प्रशासन ने तीन की जगह छह लोहिया आवास देने की पेशकश की, लेकिन पीड़ितों ने इसे भी नामंज़ूर कर दिया।
पुलिस से भि़ड़ गए पीड़ित
-स्थानीय लोग औरतों-बच्चों के साथ पुलिस से भिड़ गए। पथराव और फाय़रिंग के बाद हालात बेकाबू हो गये।
-हिंसा में अपर पुलिस अधीक्षक और अपर जिला अधिकारी के अलावा नौ पुलिसकर्मी घायल हो गए।
-तनावपूर्ण हालात में आलियागंज के खौफजदा पुरुष पलायन कर गए। अब गांव में केवल महिलाएं और बच्चे हैं।