Bundelkhand Expressway: तय समय से 8 महीने पहले बनकर तैयार हुआ बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे, PM मोदी करेंगे उद्घाटन
PM नरेंद्र मोदी और CM योगी का ड्रीम प्रोजेक्ट बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे का निर्माण कार्य रिकॉर्ड 8 माह पहले ही पूरा कर लिया गया है। जुलाई के दूसरे हफ्ते में पीएम इसका उद्घाटन करेंगे।
Bundelkhand Expressway : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (UP CM Yogi Adityanath) का ड्रीम प्रोजेक्ट बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे (Bundelkhand Expressway) का निर्माण कार्य 8 माह पहले ही पूरा कर लिया गया है। अब जुलाई के दूसरे हफ्ते में प्रधानमंत्री द्वारा इसका उद्घाटन किया जाएगा।
शनिवार को उत्तर प्रदेश सरकार के अपर गृह सचिव अवनीश कुमार अवस्थी (Avnish Kumar Awasthi) ने मवई गांव के समीप निर्माणाधीन बुंदेलखंड एक्सप्रेस वे का स्थलीय निरीक्षण करने के बाद मीडिया से बातचीत करते हुए कहीं।
97 फीसदी कार्य पूरा, शेष 10 दिन में हो जाएगा
अपर गृह सचिव अवनीश कुमार अवस्थी ने बताया, कि 29 फरवरी 2020 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस प्रोजेक्ट का चित्रकूट के भरतकूप के पास शिलान्यास किया था। अब तक लगभग 97 फीसदी कार्य पूरा हो चुका है। जो काम शेष है, 10 दिन के भीतर पूरा कर लिया जाएगा। उन्होंने ये भी कहा कि आमतौर पर नदियों के पुल निर्माण में 6-7 साल लग जाते हैं। इस एक्सप्रेस वे में कई पुलों का निर्माण किया गया है।
निर्धारित समय से 8 माह पहले कार्य पूरा
एक्सप्रेस वे निर्माण (Expressway Construction) का समय 36 माह निर्धारित किया गया था। लेकिन, कार्यदायी संस्था और इसमें काम करने वाले कर्मचारियों ने गर्मी की परवाह न करते हुए मात्र 28 माह में इसका निर्माण कार्य पूरा कर लिया है। इस तरह से निर्धारित अवधि से 8 माह पहले ही बुंदेलखंड का निर्माण कार्य पूरा हो गया है। उन्होंने यह भी बताया कि कोविड के चलते कुछ परेशानी जरूर हुई लेकिन प्रोजेक्ट के निर्माण कार्य में किसी तरह की बाधा नहीं आई।
चित्रकूट से दिल्ली का सफर 7 घंटे में होगा पूरा
यूपी सरकार में गृह सचिव ने कहा, कि यह बुंदेलखंड के लोगों के लिए बेहतर सौगात है। इसके चालू हो जाने पर चित्रकूट से दिल्ली (Chitrakoot to Delhi) का सफर 7 घंटे में पूरा हो जाएगा। गृह सचिव ने इसके पहले बुंदेलखंड एक्सप्रेस वे का हेलीकॉप्टर से हवाई सर्वेक्षण और फिर मवई के पास स्थलीय निरीक्षण किया। इसके उपरांत संबंधित अधिकारियों के साथ बातचीत करके आवश्यक दिशा निर्देश दिए।