वाराणसीः केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी राष्ट्रीय हैंडलूम दिवस के मौके पर वाराणसी पहुंची। उन्होंने सबसे पहले बाबा विश्वनाथ के दर्शन पूजन किया, उसके बाद बीएचयू के स्वतन्त्रता भवन में आयोजित राष्ट्रीय हैंडलूम दिवस समारोह में पहुंची। इस मौके पर केंद्रीय मंत्री राजीव प्रताप रूडी ,अजय टम्टा और प्रदेश के हथकरघा मंत्री महबूब अली भी शामिल थे।
स्मृति ईरानी ने राष्ट्रीय हैंडलूम दिवस समारोह का उद्घाटन किया। केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने बुनकरों को संत कबीर अवार्ड से सम्मानित किया। उन्होंने बुनकरों की सूची जारी की, जिसमें चुने गए बुनकरों को 3-3 लाख रूपए दिए जाएंगे। स्मृति ईरानी ने बुनकरों से हाजी मस्तान के घर पर बातचीत की।
अब कपड़ा मंत्रालय से सीधा जुड़ेंगे बुनकर
बुनकरों के लिए केंद्र सरकार जल्द ही हेल्पलाइन शुरू करने जा रही है। हेल्पलाइन के माध्यम से देश का कोई भी बुनकर सीधे कपड़ा मंत्रालय से जुड़कर अपनी समस्या बता सकेगा। सरकार देश के सभी बुनकरों का रिकॉर्ड रखने के लिए राष्ट्रीय बुनकर गणना शुरू करने जा रही है।
एमओयू पर हुआ हस्ताक्षर
तीस सालों के इतिहास में पहली बार निफ्ट में हैंडलूम और हैंडीक्राफ्ट को शामिल किया जा रहा है। बुनकरों के बच्चों की शिक्षा अधूरी ना रहे इसके लिए एनआईओएस और इग्नू के साथ कपड़ा मंत्रालय ने एमओयू पर हस्ताक्षर किया। ई-कॉमर्स को ध्यान में रखकर अमेजन इंडिया के साथ भी एमओयू पर हस्ताक्षर किया गया। इसके साथ ही 6 बुनकर साझा केंद्र भी बुनकरों को समर्पित किए गए।
बुनकरों के लिए हथकरघा संवर्धन योजना
केंद्र बुनकरों के लिए हथकरघा संवर्धन योजना भी शुरू कर रहा है जिसके तहत एक आम बुनकर करघा और अन्य जरूरत की चीजें सिर्फ दस फीसदी पैसा देकर खरीद सकेगा बाकी नब्बे फीसदी पैसा केंद्र देगा। दूसरे हैंडलूम डे पर देश भर के चालीस बुनकरों को संत कबीर अवार्ड और राष्ट्रीय सम्मान से नवाज़ा गया।