UP News: यूपी के इस जिले में सात नहीं बल्कि आठ को घोषित हुई छठ पूजा की छुट्टी
UP News: देश भर में छठ पूजा बड़े ही धूम-धाम से मनाई जा रही है। इसके लिए छुट्टी का भी ऐलान किया गया है।
Chhath Puja: छठ पूजा के चलते आज यूपी की राजधानी लखनऊ में अवकाश घोषित किया गया है। आज सभी स्कूल। आज सभी स्कूल, कॉलेज और ऑफिस बंद हैं। डीएम सूर्यपाल गंगवार ने बुधवार को इस सम्बंध में आदेश जारी किया। जिलाधिकारी अपने स्तर से तीन स्थानीय अवकाश घोषित कर सकते हैं। जिसके मुताबिक़ 07 नवंबर को जिलास्तरीय स्थानीय छुट्टी घोषित किया गया है। आपको बता दें कि जिन विभागों में पहले से पांच दिवसीय छुट्टी घोषित हुई है वहां डीएम का आदेश लागू नहीं होगा।
गोरखपुर डीएम ने जारी किया नया आदेश
गोरखपुर के डीएम कृष्णा करुणेश ने छठ की छुट्टियों को लेकर आदेश जारी करते हुए कहा गोरखपुर में परिषदीय विद्यालय सात-आठ को बंद रहेंगे छठ पर्व पर जिले में सात नवंबर को पूर्व घोषित स्थानीय अवकाश में परिवर्तन किया गया है। जिसके बाद अब सात नवंबर को पूर्व घोषित अवकाश निरस्त कर आठ नवंबर अवकाश दिया गया है। वहीँ परिषदीय विद्यालय में सात और आठ नवंबर दोनों दिन अवकाश रहेगा। सात नवंबर को बेसिक शिक्षा विभाग पहले ही अवकाश घोषित कर चुका है जबकि आठ नवंबर को जिला प्रशासन ने स्थानीय अवकाश घोषित किया है। डीएम के आदेश के बाद गोरखपुर डीआइओएस ने माध्यमिक शिक्षा विभाग में सात नवंबर को घोषित अवकाश को निरस्त कर आठ नवंबर को अवकाश होने का निर्देश जारी किया है।
यूपी सरकार ने छठ पर दिए स्वच्छता के आदेश
यूपी सरकार ने छठ पर घाटों के स्वच्छता, सौंदर्याकरण और प्लास्टिक मुक्त वातावरण को बढ़ावा के सख्त आदेश दिए हैं। बता दें कि राज्य सरकार के बयान के बाद लोगों को स्वच्छता बनाए रखने के लिए प्रोत्साहित करने के लिए घाटों पर 'अर्पण कलश' रखे गए हैं और प्लास्टिक और थर्मोकोल के इस्तेमाल को प्रतिबंधित करने के लिए घाटों को 'नो प्लास्टिक जोन' घोषित किया गया है। घाटों पर अस्थायी शौचालय और स्नानघर बनाए जा रहे हैं, जिनका नियमित रख रखाव किया जाएगा।
छठ पूर्वी उत्तर प्रदेश और बिहार में मनाया जाने वाला प्रमुख त्यौहार है। यह त्यौहार चार दिनों तक मनाया जाता है। इसमें सूर्य की उपासना की जाती है। चार दिनों के इस त्यौहार में कठोर दिनचर्या का पालन करना होता है। छठ पूजा के अनुष्ठान में व्रत, उगते और डूबते सूर्य को अर्घ्य देना, पवित्र स्नान और पानी में खड़े होकर ध्यान लगाना आदि सब शामिल होता है।