Chitrakoot: जिला अस्पताल में गायब मिले दो डाक्टरों की होगी सेवा समाप्त, सुविधाओं की हकीकत जानने में जुटी केन्द्रीय टीम
Chitrakoot News Today: जिले में स्वास्थ्य सुविधाओं की हकीकत जानने के लिए शनिवार की देर शाम पहुंची केन्द्रीय टीम छानबीन में जुट गई है। सबसे पहले टीम ने सीएचसी पहाड़ी में व्यवस्थाएं देखी।
Chitrakoot News Today: जिले में स्वास्थ्य सुविधाओं की हकीकत जानने के लिए शनिवार की देर शाम पहुंची केन्द्रीय टीम छानबीन में जुट गई है। आने के साथ सबसे पहले टीम ने सीएचसी पहाड़ी में व्यवस्थाएं देखी। रविवार को सुबह दस बजे जिला अस्पताल पहुंची टीम ने करीब छह घंटे तक बारीकी से स्वास्थ्य सुविधाओं को खंगाला। हर पटल में जाकर जानकारी ली। प्रत्येक डाक्टर के कार्यों की जानकारी लेते हुए लापरवाही पाए जाने पर कड़ी फटकार भी लगाई। कई माह से गायब चल रहे दो डाक्टरों की सेवा समाप्ति के लिए शासन को पत्र भेजने के लिए कहा गया।
केन्द्र सरकार की 10 सदस्यीय सीआरएम टीम पहुंची धर्मनगरी
केन्द्र सरकार की 10 सदस्यीय सीआरएम टीम हिमांशु भूषण की अगुवाई में शनिवार की देर शाम धर्मनगरी पहुंची। टीम ने सबसे पहले देर शाम ही सीएचसी पहाड़ी में स्वास्थ्य सुविधाओं का जायजा लिया। रविवार को सुबह टीम जिला अस्पताल पहुंची। इमर्जेंसी कक्ष, वार्ड, ब्लड बैंक, प्रसव कक्ष, पैथालॉजी से लेकर डाक्टर कक्ष में जाकर व्यवस्थाएं देखी। इसके बाद स्थानीय स्वास्थ्य अधिकारियों के साथ बैठक की। सीएमएस से अस्पताल के संबंध में पूरी जानकारी ली। फिर अभिलेखीय तौर पर स्वास्थ्य योजनाओं के संचालन को टीम सदस्य खंगालने में जुट गए।
टीम ने आपरेशन थिएटर के निरीक्षण दौरान अत्याधुनिक मशीनों की और जरुरत के साथ ही स्टाफ की कमी को पूरा करने के लिए शासन को पत्र लिखने को कहा। इसी तरह प्रसव कक्ष में भी स्टाफ बढ़ाने की जरूरत बताई। निर्देश दिए कि प्रसव कक्ष के पास तीमारदारों को बैठने के लिए और व्यवस्थाएं की जाएं।
अस्पताल से पिछले कई माह से गायब चल रहे डा ऋषि कुमार व ऊषा अहिरवार को टीम ने अनुपस्थित पाया। इनकी जानकारी लेने के बाद निर्देश दिए गए कि दोनों की सेवा समाप्ति के लिए शासन को पत्र भेजा जाए। आपरेशन थिएटर में जानकारी लेने के दौरान बताया गया कि यहां केवल एक ही सर्जन डा राजेश खरे की तैनाती है। टीम ने पाया कि इन्होंने एक भी सर्जरी नहीं किया। जिस पर उनको कड़ी फटकार लगाई।
टीम सदस्यों ने डॉक्टरों के कार्य के प्रति लापरवाही मिलने पर दी कड़ी चेतावनी
इसी तरह ईएनटी डा विनोद कुमार व रामनरेश राजपूत ने भी एक भी सर्जरी नहीं की है। टीम सदस्यों ने इनको कार्य के प्रति लापरवाही मिलने पर कड़ी चेतावनी दी। सीएमएस से कहा कि इन तीनों डाक्टरों के एक माह के भीतर की जाने वाली सर्जरी की रिपोर्ट से शासन को अवगत कराया जाए। आक्सीजन प्लांट के मेंटीनेंस में खर्च होने वाली धनराशि चार लाख 12 हजार उपलब्ध कराने के लिए शासन को पत्र भेजने के निर्देश दिए गए। अस्पताल परिसर में साफ-सफाई पर टीम ने संतोष जताया। टीम ने स्टोर में जाकर दवाओं की स्थिति देखी। इस दौरान सीएमओ डा. भूपेश द्विवेदी, सीएमएस डा सुधीर शर्मा आदि मौजूद रहे।
सीएचसी व पीएचसी में जाकर टीम करेगी पड़ताल
टीम लीडर हिमांशु भूषण ने बताया कि केन्द्र सरकार की योजनाओं के संचालन के संबंध में जानकारी ली जाएगी। यहां पर दस सदस्यीय टीम आई है। जिसमें विश्व बैंक व डब्लूएचओ के भी सदस्य शामिल है। चित्रकूट आकांक्षी जनपद है। फलस्वरूप यहां पर केन्द्र सरकार की योजनाओं का लोगों को कहां तक लाभ मिल रहा है, इसकी पड़ताल की जा रही है। जांच के बाद टीम केन्द्र सरकार को अपनी रिपोर्ट देगी। टीम सीएचसी व पीएचसी में जाकर भी स्वास्थ्य सुविधाओं की जानकारी लेगी। बताया कि नेशनल हेल्थ मिशन में हर वर्ष एक बार चिन्हित राज्यों में कामन रिव्यू मिशन जाता है। लोगों को सुविधाएं मिल रही है कि नहीं। यह सब देखते हैं और अपने सुझाव देते हैं।
इन बिंदुओं पर टीम कर रही छानबीन
- राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत जनपद को स्वीकृत एवं व्यय की गई धनराशि।
- स्वास्थ्य इकाइयों पर दी जा रही धनराशि का समुचित उपयोग एवं रिकार्ड का रख-रखाव।
- जननी सुरक्षा योजना की भौतिक एवं वित्तीय प्रगति, संबंधित अभिलेखों सहित।
- जननी शिशु सुरक्षा कार्यक्रम चिन्हित इकाइयों पर पूर्ण क्रियाशीलता।
- प्रथम संदर्भन इकाइयों (एफआरयू) की क्रियाशीलता एवं विशेषज्ञ चिकित्सकों की उपलब्धता।
- एमसीएच विंग एवं सीएचसी में 24 घंटे पीएचसी की क्रियाशीलता।
- एसएनसीयू एनबीएसयू एवं एनबीसीसी की क्रियाशीलता।
- एनआरसी की क्रियाशीलता। राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम की टीमों के कार्य एवं वाहनों की समीक्षा।
- एएफएचएस क्लीनिक का संचालन एवं आउटरीच एक्टिविटी की समीक्षा।
- नियमित रूप से विफ्स का वितरण एवं पियर एजुकेटर के कार्य व संदर्भन।
- कोल्ड चेन, माइकोप्लान के अनुसार वीएचएसएनडी एवं परिवार कल्याण कार्यक्रम की प्रगति व गुणवत्ता।
- हैल्थ एंड वेलनेस सेंटर की क्रियाशीलता एवं आशा के मानदेय का भुगतान, प्रशिक्षण, रिक्त स्थानों पर तैनाती आदि।
- राष्ट्रीय कार्यक्रम के तहत कम्यूनिकेबल डिजीज एवं नॉन कम्यूनिकेबल डिजीज।
- आयुष कार्यक्रम के तहत दवाओं की उपलब्धता एवं एनयूएचएम के तहत अर्बन पीएचसी की क्रियाशीलता व रिकार्ड का रखरखाव।
- मानव संसाधन की उपलब्धता एवं उपयोगिता। 102 एवं 108 एंबुलेंस का निरीक्षण एवं सेवा की समीक्षा।
- एएलएस एवं एमएमयू की समीक्षा एवं एचएमआईएस/आरसीएच पोर्टल का कियान्वयन व डाटा उपयोग/रिकार्ड का रखरखाव।
- निर्माण कार्यों की प्रगति एवं पीपीपी के तहत संचालित कार्यक्रमों की समीक्षा।
- चिकित्सालयों की सफाई, वेस्ट डिस्पोजल जनरेटर एवं ब्लड बैंक व ब्लड स्टोरेज यूनिट की क्रियाशीलता।
- मानव संसाधन की उपलब्धता एवं उपयोगिता के अलावा औषधियों की उपलब्धता।