CM योगी का बयान: कोरोना से लड़ने को रहें तैयार, अधिकारी रखें आपसी समन्वय
उन्होंने कहा कि काॅन्टेक्ट ट्रेसिंग, डोर टू डोर सर्वे कार्य तथा कोविड संक्रमण की दृष्टि से संदिग्ध लक्षणों वाले व्यक्तियों के एण्टीजेन टेस्ट की व्यवस्था का प्रभावी संचालन जारी रखा जाए।
लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने स्वास्थ्य क्षेत्र से जुडे अधिकारियों तथा अन्य अधिकारियों से कहा कि वो आपस में संवाद बनाए रखे जिससे काम में कोई दिक्कत न हो। उन्होने महानिदेशक, स्वास्थ्य को प्रत्येक कोविड अस्पताल के प्रभारी तथा मुख्य चिकित्सा अधिकारी से एवं महानिदेशक, चिकित्सा शिक्षा को प्रत्येक मेडिकल काॅलेजों के प्रिंसिपल से निरन्तर संवाद बनाये रखने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि काॅन्टेक्ट ट्रेसिंग, डोर टू डोर सर्वे कार्य तथा कोविड संक्रमण की दृष्टि से संदिग्ध लक्षणों वाले व्यक्तियों के एण्टीजेन टेस्ट की व्यवस्था का प्रभावी संचालन जारी रखा जाए।
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एम्बुलेंस को कोविड प्रकरणों में ही इस्तेमाल किया जाए
मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि ‘108’ एम्बुलेंस सेवा की 50 प्रतिशत एम्बुलेंस कोविड मरीजों के लिए तथा शेष 50 प्रतिशत नाॅन-कोविड मरीेजों के लिए उपयोग की जाएं। उन्होंने स्पष्ट किया कि कोविड कार्य में लगी एम्बुलेंस को कोविड प्रकरणों में ही इस्तेमाल किया जाए। यह सुनिश्चित किया जाए कि एम्बुलेंस कर्मियों को वेतन, मास्क, ग्लव्स आदि की समस्या नहीं आनी चाहिए। उन्होंने सर्विलान्स कार्य के लिए वाहनों की व्यवस्था किये जाने को भी कहा है।
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मुख्यमंत्री ने कहा...
योगी आदित्यनाथ ने कहा कि ‘108’ एम्बुलेंस सेवा की 50 प्रतिशत एम्बुलेंस कोविड मरीजों के लिए तथा शेष 50 प्रतिशत नाॅन-कोविड मरीेजों के लिए उपयोग की जाएं। उन्होंने स्पष्ट किया कि कोविड कार्य में लगी एम्बुलेंस को कोविड प्रकरणों में ही इस्तेमाल किया जाए। यह सुनिश्चित किया जाए कि एम्बुलेंस कर्मियों को वेतन, मास्क, ग्लव्स आदि की समस्या नहीं आनी चाहिए। उन्होंने सर्विलान्स कार्य के लिए वाहनों की व्यवस्था किये जाने के भी निर्देश दिये।
अस्पतालों में हर तरीके की व्यवस्था की जाए
मुख्यमंत्री ने कहा कि लखनऊ स्थित एस0जी0पी0जी0आई0 तथा किंग जाॅर्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय (के0जी0एम0यू0) में भर्ती कोविड मरीजों के लिए कुछ प्राईवेट रूम्स की भी व्यवस्था की जाए। यह भी सुनिश्चित किया जाए कि इन दोनों चिकित्सा संस्थानों में कोविड-19 के उपचार के लिए कन्फम्र्ड कोविड रोगी ही सन्दर्भित किये जाएं। उन्होंने कहा कि एसजीपीजीआई, केजीएमयू तथा डाॅ0 राम मनोहर लोहिया चिकित्सा संस्थान में भर्ती कोविड रोगियों में से जिन्हें डायलिसिस की आवश्यकता हो उन्हें यह सुविधा उपलब्ध करायी जाए। उन्होंने बीआरडी मेडिकल काॅलेज, गोरखपुर के बाल रोग चिकित्सा संस्थान को 15 अगस्ततक प्रत्येक दशा में तैयार करने को कहा है।
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ये लोग थे उपस्थित
इस अवसर पर स्वास्थ्य राज्य मंत्री अतुल गर्ग, मुख्य सचिव आरके तिवारी, अवस्थापना एवं औद्योगिक विकास आयुक्त आलोक टण्डन, अपर मुख्य सचिव सूचना एवं गृह अवनीश कुमार अवस्थी, अपर मुख्य सचिव वित्त संजीव मित्तल, अपर मुख्य सचिव मुख्यमंत्री एस0पी0 गोयल, पुलिस महानिदेशक हितेश सी अवस्थी, अपर मुख्य सचिव चिकित्सा शिक्षा रजनीश दुबे, अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद, सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
रिपोर्ट- श्रीधर अग्निहोत्री, लखनऊ
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