कोरोना मरीजों के लिए सीएम योगी का बड़ा आदेश, मजबूत हुई यूपी की मेडिकल सेवा

उत्तर प्रदेश के 24 मेडिकल कॉलेजों में कोरोना वायरस की जांच होगी। यहां वायरोलॉजी लैब खोली जाएगी। इसके अलावा जिन मंडलों में अभी राजकीय मेडिकल कॉलेज नहीं हैं, वहां भी लैब स्थापित करने के प्रयास किए जाएं। यह निर्देश मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दिए हैं।

Update:2020-04-18 09:55 IST

लखनऊ : उत्तर प्रदेश के 24 मेडिकल कॉलेजों में कोरोना वायरस की जांच होगी। यहां वायरोलॉजी लैब खोली जाएगी। इसके अलावा जिन मंडलों में अभी राजकीय मेडिकल कॉलेज नहीं हैं, वहां भी लैब स्थापित करने के प्रयास किए जाएं। यह निर्देश मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दिए हैं।

मुख्यमंत्री योगी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरीए चिकित्सा संस्थानों को दिए निर्देश

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से चिकित्सा संस्थानों में लैब में हो रही टेस्टिंग की उन्होंने जानकारी ली। इस दौरान सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि बीते 23 मार्च को नमूनों की टेस्टिंग की संख्या सिर्फ 72 थी और अब यह प्रतिदिन तीन हजार हो गई है।



लखनऊ समेत अन्य जिलों में पूल टेस्टिंग करने के आदेश

अधिक से अधिक लैब बढ़ाने के साथ-साथ पूल टेस्टिंग पर भी जोर दिया जाए। लखनऊ के साथ-साथ दूसरे जिलों में बनी लैब भी पूल टेस्टिंग करें। बीते दिनों में यूपी में कोरोना वायरस के नमूनों की जांच में भारी इजाफा किया गया है।

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प्रदेश में 15 लैब में हो रही कोरोना जांच, अधिक लैब स्थापित करने के आदेश

सीएम ने स्पष्ट कहा कि धन की कोई कमी नहीं है। ऐसे में अधिक से अधिक लोगों के नमूनों की जांच की जाए। अभी प्रदेश में 15 लैब में जांच हो रही है। इसका दायरा बढ़ाया जाए और आइसीएमआर से अनुमति लेकर अधिक से अधिक लैब स्थापित की जाएं।

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पीपीई किट,मास्क की उपलब्धता सुनिश्चित होः

मुख्यमंत्री योगी ने टेस्टिंग के साथ-साथ इंफेक्शन को रोकने के भी निर्देश दिए। सीएम ने कहा कि व्यापक पैमाने पर पीपीई किट, एन 95 मास्क की उपलब्धता सुनिश्चित की जाए।

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रोगियों के उपचार में विशेष सावधानी बरतेंः

मेडिकल इमरजेंसी सेवाओं को संचालित करने के निर्देश देते हुए सीएम ने कहा कि इमरजेंसी सेवाओं को संचालित करते हुए यह देखा जाना उचित होगा कि रोगी कोरोना पाजिटिव तो नहीं है। बुजुर्गों, गर्भवती महिलाओं और ऐसे रोगी जो पहले से किसी रोग से पीडि़त हैं उनके उपचार में विशेष सावधानी बरतें।

टेस्टिंग के लिए जरूरी प्रशिक्षण दिया जा रहाः

वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में प्रमुख सचिव चिकित्सा शिक्षा रजनीश दुबे ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को बताया कि प्रदेश में 23 मार्च को सिर्फ एक टेस्टिंग लैब थी अब 15 लैब हो गई हैं। इसके अलावा पीसीआर मशीन, जेने-एक्सपर्ट मशीन, अबॉट मशीन, आरएनएम एक्सटैक्टर मशीन, कोबास मशीन की उपलब्धता से टेस्ट में कई गुना वृद्धि होगी।

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उन्होंने बताया कि आइसीएमआर से नेटवर्किंग की गई है। टेस्टिंग के लिए जरूरी प्रशिक्षण दिया जा रहा है। वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में चिकित्सा शिक्षा मंत्री सुरेश खन्ना भी मौजूद रहे।

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