CM योगी की किरकिरी: लेखपाल का पुराना वीडियो, सोशल मीडिया टीम ने किया वायरल

वीडियो में युवक ने मुख्यमंत्री की सराहना की है लेकिन समाजवादी पार्टी ने बताया कि यह पुराना वीडियो है। सपा सरकार में युवक को नौकरी मिली थी और उस वीडियो को अब दिखाया जा रहा है। फजीहत होने के बाद मुख्यमंत्री कार्यालय हरकत में आया और वीडियो व ट्वीट हटा दिया गया है।

Update:2021-03-11 16:35 IST
CM योगी की किरकिरी: लेखपाल का पुराना वीडियो, सोशल मीडिया टीम ने किया वायरल

अखिलेश तिवारी

लखनऊ: युवाओं को रोजगार देने की मुहिम में जुटी योगी सरकार की सोशल मीडिया टीम ने बड़ी किरकिरी करा दी है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के टिवटर हैंडिल से लेखपाल की नौकरी पाने वाले युवक का वीडियो जारी किया गया । वीडियो में युवक ने मुख्यमंत्री की सराहना की है लेकिन समाजवादी पार्टी ने बताया कि यह पुराना वीडियो है। सपा सरकार में युवक को नौकरी मिली थी और उस वीडियो को अब दिखाया जा रहा है। फजीहत होने के बाद मुख्यमंत्री कार्यालय हरकत में आया और वीडियो व ट्वीट हटा दिया गया है लेकिन विपक्ष को ऐसा मामला हाथ लग गया है जिसे लेकर सरकार की रोजगार नीति और नौकरी देने की प्रक्रिया पर सवाल उठ रहे हैं।

लाखों युवाओं को नौकरी देने का सरकारी दावा झूठा- विपक्ष

प्रदेश की योगी सरकार पर विपक्ष की ओर से बड़ा आरोप लगाया जा रहा है कि लाखों युवाओं को नौकरी देने का सरकारी दावा झूठा है। जिन युवाओं ने सरकार से रोजगार मांगा उन्हें लाठियों से पीटा गया है। प्रदेश सरकार के चार साल के दौरान विभिन्न भर्तियों को लेकर युवाओं ने प्रदर्शन किया। उन्हें पीटा गया और गिरफ्तार भी किया गया।

विपक्ष के इस आरोप के जवाब में सरकार की ओर से दावा किया जा रहा है कि प्रदेश में चार लाख युवाओं को नौकरी दी गई है। इसी सिलसिले में योगी आदित्यनाथ के सोशल मीडिया एकाउंट से एक वीडियो जारी किया गया है। यह वीडियो महराजगंज जिला के दुर्गेश चौधरी का है। जिन्हें प्रदेश सरकार में लेखपाल की नौकरी मिली है। इस वीडियो में दुर्गेश चौधरी ने प्रदेश सरकार के मुख्यमंत्री की तारीफ की है।

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उन्होंने कहा कि निष्पक्ष तरीके से बगैर किसी भेदभाव के उन्हें नौकरी मिली है। निष्पक्ष भर्ती प्रक्रिया के लिए उन्होंने मुख्यमंत्री की तारीफ की है। सोशल मीडिया पर यह दावा किया गया कि सरकारी नौकरी के लिए आयोजित परीक्षाओं के समयबद्ध परिणामों और पारदर्शी चयन प्रक्रिया के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी महाराज का दुर्गेश चौधरी ने धन्यवाद किया है। उनकी नियुक्ति राजस्व लेखपाल के पद पर पूर्ण पारदर्शिता के साथ हुई है।

योगी सरकार की उपलब्ध्यिों में शामिल किया गया

सोशल मीडिया पर यह वीडियो वायरल होने के साथ ही इसकी हकीकत भी सामने आ गई। लोगों ने बताया कि दुर्गेश चौधरी को 2015-2016 में समाजवादी पार्टी की प्रदेश सरकार के दौरान नौकरी मिली है। उन्होंने जो तारीफ की है वह पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के लिए है। क्योंकि अपने वीडियो बयान में उन्होंने मुख्यमंत्री का नाम नहीं लिया तो मुख्यमंत्री की सोशल मीडिया टीम ने इसे योगी सरकार की उपलब्ध्यिों में शामिल कर लिया। समाजवादी पार्टी के नेताओं ने इसकी आलोचना की है। कई अन्य यूजर ने भी इस लापरवाही को सरकार की झूठी वाहवाही करने वालों की कारस्तानी बताया है।

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सोशल मीडिया पर यह चर्चा तेज हुई तो योगी आदित्यनाथ के हैंडिल से जारी इस वीडियो को डिलीट कर दिया गया लेकिन तब तक कई लोग इसे सेव कर चुके थे। अब लोग व्यंगय कर रहे हैं कि लेखपाल की नौकरी पाने वाले दुर्गंेश चौधरी अब बेरोजगार हो गए हैं क्योंकि सरकार की ओर से किया जा रहा दावा हटा लिया गया है। यानी उन्हें अब नौकरी नहीं मिली है। एक अन्य यूजर ने लेखपाल दुर्गेश चौधरी की कार खरीदने वाली फोटो डाली है और कहा कि नौकरी का नियुक्ति पत्र मिलने के तुरंत बाद उन्होंने कार खरीद ली है। हालांकि लेखपाल की तनख्वाह महज 22 हजार ही होती है।

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