CM योगी का ऐलान: मजदूर परिवारों को बड़ा तोहफा, खिल उठे लाखों चेहरे
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि आपदा के दौरान प्रदेश ने उत्कृष्ट स्तर का कार्य किया, जो देश के लिए एक उदाहरण बना है।
श्रीधर अग्निहोत्री
लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि आपदा के दौरान प्रदेश ने उत्कृष्ट स्तर का कार्य किया, जो देश के लिए एक उदाहरण बना है। वर्तमान में पूरी दुनिया वैश्विक महामारी कोविड-19 से जूझ रही है। संकट के समय में सभी का एकजुट होना बेहद जरूरी है। जब हम एक टीम वर्क के रूप में काम करते हैं और पूरा सिस्टम उसके साथ जुड़ता है, तो उसके परिणाम भी सकारात्मक आते हैं।
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मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ प्रदेश में आए 10 लाख 48 हजार 166 श्रमिक परिवारों के खातों में डीबीटी के माध्यम से 104 करोड़ 82 लाख रुपये के ऑनलाइन हस्तांतरण कार्यक्रम में अपने विचार व्यक्त कर रहे थे। इसके माध्यम से प्रति परिवार 1000 रुपये की आर्थिक सहायता उपलब्ध करायी गयी।
वापस आये श्रमिकों को दी जा रही राशन किट
उन्होंने कहा कि कोरोना संकट के दौरान राजस्व विभाग और राहत आयुक्त कार्यालय ने बहुत बड़ा कार्य किया है। प्रदेश के 35 लाख कामगारों/श्रमिकों को विषम परिस्थितियों में घर वापस आना पड़ा। वापस आए श्रमिकों/कामगारों को कच्ची खाद्य सामग्री युक्त खाद्यान्न किट दी जा रही है। इस किट में 10 किलोग्राम आटा, 10 किलोग्राम चावल, 5 किलोग्राम आलू, 2 किलोग्राम भुना चना, 2 किलोग्राम अरहर की दाल, 500 ग्राम नमक, 250 ग्राम हल्दी, 250 ग्राम मिर्च, 250 ग्राम धनिया एवं 1 लीटर सरसों/रिफाइण्ड तेल उपलब्ध कराया जा रहा है। अब तक 14 लाख परिवारों को राशन किट उपलब्ध करायी जा चुकी है।
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श्रमिकों के रोजगार देने के लिए की जा रही स्किल मैपिंग
मुख्यमंत्री ने कहा कि श्रमिकों ने अपने श्रम से देश व राष्ट्र निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभायी है। कामगारों/श्रमिकों के लिए रोजगार देने के उद्देश्य से एक आयोग के गठन की कार्यवाही की जा रही है। प्रदेश में इनकी स्किल मैपिंग की जा रही है। इनकी कुशलता का उपयोग प्रदेश के नव-निर्माण में किया जाएगा। उन्होंने जिला प्रशासन के अधिकारियों को निर्देशित किया कि स्किल मैपिंग होने के बाद इन कामगारों के बैंक खातों की सूची शासन को उपलब्ध करायी जाए। उत्तर प्रदेश में लगभग 35 लाख कामगारों/श्रमिकों को सुरक्षित घर वापसी की गयी।
जिला प्रशासन के कर्यो की सराहना
प्रदेश में आने वाले कामगारों/श्रमिकों को 1000 रुपये भरण-पोषण भत्ते के रूप में उपलब्ध कराया जा रहा है, जो राज्य सरकार की लोक कल्याणकारी कार्यक्रमों की प्रतिबद्धता को दर्शाता है। इस दिशा में जिला प्रशासन ने बहुत अच्छा कार्य किया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार श्रमिकों के हितों के लिए लगातार कार्य कर रही है। इनके बच्चों को अच्छी शिक्षा प्राप्त हो सके इसको ध्यान में रखते हुए प्रदेश के सभी मण्डलों में अटल आवासीय विद्यालय स्थापित किये जा रहे हैं।
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बाल श्रमिक विद्या योजना का शुभारम्भ
उन्होंने कहा कि अन्तर्राष्ट्रीय बाल श्रम निषेध दिवस के अवसर ‘बाल श्रमिक विद्या योजना’ का शुभारम्भ किया गया। इसका उद्देश्य 8-18 आयु वर्ग के कामकाजी बच्चों को बाल श्रम से अलग कर शिक्षा से जोड़ना है। श्रमिकों की पुत्रियों की शादी के लिए भी श्रम विभाग द्वारा एक कार्य योजना तैयार की जा रही है।
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