गोरखपुर ऑक्सीजन कांड : मंत्री सिद्धार्थनाथ समेत इनके खिलाफ पीड़ित पिता की तहरीर
बीते दिनों बाबा राघवदास (बीआरडी) मेडिकल कॉलेज में कई मासूम असमय ही काल के गाल में समा गए। जिन्होंने अपने जिगर के टुकड़े को खोया उनका रो-रोकर बुरा हाल है।
गोरखपुर : बीते दिनों बाबा राघवदास (बीआरडी) मेडिकल कॉलेज में कई मासूम असमय ही काल के गाल में समा गए। जिन्होंने अपने जिगर के टुकड़े को खोया उनका रो-रोकर बुरा हाल है। मासूमों की मौत पर सभी राजनीतिक दल अपनी अपनी रोटियां सेकने में लगे हुए हैं। कोई मेडिकल कॉलेज प्रशासन को दोषी ठहरा रहा है तो कोई प्रदेश सरकार और मंत्रियो को, लेकिन किसी ने भी उन मां-बाप के आंसुओ को पोछने का काम नहीं किया जिनके नौनिहाल इस लापरवाही का शिकार हुए।
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ऐसे में प्रदेश सरकार की संवेदनहीनता से कुंठित होकर बिहार गोपालगंज के रहने वाले एक पिता ने भी अपने मासूस को बीते 11 अगस्त को खो दिया। अभी तक प्रदेश सरकार द्वारा दोषियों के खिलाफ कोई ठोस कार्यवाही ना करने से आहत मैनेजर राजभर ने उत्तर प्रदेश सरकार के प्रमुख सचिव स्वास्थ्य, चिकित्सा शिक्षा मंत्री और स्वास्थ्य मंत्री के खिलाफ गुलहरिया थाने में तहरीर दी है।
बिहार गोपालगंज के ग्राम मोतीपुर हराजी थाना भोरे के रहने वाले मैनेजर राजभर की पत्नी को 7 अगस्त को बेटा पैदा हुआ था। सब कुछ ठीक ठाक चल रहा था कि अचानक 10 अगस्त को बच्चे की तबियत बिगड़ने लगी। पैसे का अभाव और अच्छी स्वास्थ्य सुविधा के लिए मैनेजर राजभर ने गोरखपुर के बाबा राघव दास मेडिकल कॉलेज का रुख किया।
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मेडिकल कॉलेज पहुंचकर उन्होंने अपने नवजात शिशु को एडमिट कराया और इलाज भी शुरू हो गया। 11 अगस्त को नौ बजे तक बच्चा ठीक था। जब मैनेजर बच्चे को देखने गए तो बच्चे की सांस चल रही थी। कुछ घंटे बाद ही मैनेजर और उनकी पत्नी सुनीता को डॉक्टरों ने बुलाया और कहा कि बच्चा गंभीर है और उसकी हालत नाजुक है। फिर कुछ मिनटों बाद बुलाकर कहा कि आप का बच्चा अब इस दुनिया में नहीं रहा।