यहां आसमान से बरसाएं गए फूल, धरती के 'भगवान' को सेना ने किया नमन
डॉक्टर को धरती का भगवान यूं ही नहीं कहा जाता है। कोरोना काल में जब पूरी दुनिया पर आफत आई, तो डॉक्टरों ने अपने जान की परवाह किये बगैर दिन-रात लोगों की सेवा में खुद को लगा दिया। ना थके, ना रुके। सेवा का सिलसिला जारी है।
वाराणसी: डॉक्टर को धरती का भगवान यूं ही नहीं कहा जाता है। कोरोना काल में जब पूरी दुनिया पर आफत आई, तो डॉक्टरों ने अपने जान की परवाह किये बगैर दिन-रात लोगों की सेवा में खुद को लगा दिया। ना थके, ना रुके। सेवा का सिलसिला जारी है।
लिहाजा डॉक्टरों को लेकर लोगों का सम्मान भी बढ़ता जा रहा है। कोरोना से लड़ाई में फ्रंट लाइन वॉरियर कहे जाने वाले डॉक्टरों के सम्मान में अब सेना भी मैदान में उतर आई है।
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आसमान से बरसाए अस्पतालों पर फूल
डॉक्टरों के प्रति अपना सम्मान दिखाने के लिए सेना ने अलग तरीका अपनाया। वायु सेना के जवानों ने कोविड-19 का इलाज करने वाले डॉक्टरों को एयर सैल्यूट किया। जिन अस्पतालों में कोरोना पीड़ितों की जांच हो रही है।
उनके ऊपर आसमान से फूलों की बारिश की गई। बनारस में लाल बहादुर शास्त्री एयरपोर्ट से वायु सेना के हेलीकॉप्टर ने उड़ान भरी। इसके बाद शहर के 4 अस्पतालों पर पुष्प वर्षा की।
बनारस में इन अस्पताओं पर हुई पुष्प वर्षा
जिले में कुल 4 ऐसे अस्पताल हैं जहां इस खतरनाक वायरस से लड़ने के लिए डॉक्टर दिन रात मेहनत कर रहे हैं और बीमारी को मात दे रहे हैं। जिले के पंडित दीनदयाल उपाध्याय अस्पताल जिला चिकित्सालय, ईएसआई अस्पताल, बीएचयू सुपर स्पेशिएलिटी हॉस्पिटल और सर सुंदरलाल हॉस्पिटल के ऊपर फूलों की बरसात की गई।
जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा ने बताया कि फूलों की बरसात कोरोना योद्धाओं के सम्मान में और मरीजों के हौसलाफजाई के लिए किया गया है। इन चारों अस्पतालों पर पुष्प वर्षा के लिए जिला प्रशासन ने 400 किलो फूलों की पत्तियों की व्वयस्था की थी।