Coronavirus: यूपी में जल्द ही 11 नई आरटीपीसीआर टेस्ट प्रयोगशालाएं होंगी शुरू

Coronavirus: देश के 11 राज्यों में कोरोना वायरस का नया वैरिएंट 'डेल्टा प्लस' पाए जाने के बाद उत्तर प्रदेश सरकार अलर्ट हो गई है। प्रदेश में जल्द ही 11 नई आरटीपीसीआर टेस्ट प्रयोगशालाएं शुरू हो जाएंगी।

Written By :  Shreedhar Agnihotri
Published By :  Ashiki
Update:2021-06-28 21:11 IST

कांसेप्ट इमेज (फोटो-सोशल मीडिया)

Coronavirus: देश के 11 राज्यों में कोरोना वायरस का नया वैरिएंट 'डेल्टा प्लस' पाए जाने के बाद उत्तर प्रदेश सरकार अलर्ट हो गई है। प्रदेश में जल्द ही 11 नई आरटीपीसीआर टेस्ट प्रयोगशालाएं शुरू हो जाएंगी। इसके साथ ही, प्रदेश के 45 जिलों में आरटीपीसीआर टेस्ट प्रयोगशालाएं हो जाएंगी। शेष 30 जनपदों में भी अगले तीन-चार माह के भीतर ऐसी प्रयोगशालाएं स्थापित कराने की योजना है।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि उत्तर प्रदेश को विशेष सतर्कता बरतनी होगी। विशेषज्ञों के अनुसार इस बार का वैरिएंट पहले की अपेक्षा कहीं अधिक खतरनाक है। योगी ने कहा कि विशेषज्ञों के परामर्श के अनुरूप बिना देर किए सभी जरूरी कदम उठाए जाएं। वहीं दूसरी तरफ संचारी रोगों पर प्रभावी नियंत्रण के लिए एक जुलाई से प्रदेशव्यापी अभियान शुरू हो रहा है। इसके लिए ग्रामीण क्षेत्रों में स्वच्छता, फॉगिंग सैनिटाइजेशन के संबंध में जागरूकता बढ़ाये जाने को कहा गया है।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अधिकारियों के साथ आज हुई बैठक के दौरान कहा गया कि कोरोना को प्रदेश की स्थिति हर दिन के साथ बेहतर होती जा रही है। यह अतिरिक्त सतर्कता और सावधानी बरतने का समय है। कोविड बचाव संबंधी व्यवहार जैसे मास्क, सैनिटाइजेशन और दो गज की दूरी का पूरी कड़ाई के साथ पालन करना जरूरी है। थोड़ी सी लापरवाही बड़ी समस्या का कारक बन सकती है।

उधर बीते 24 घंटों में 2 लाख 63 हजार टेस्ट किए गए। इसी अवधि में, 190 नए केस सामने आए हैं और 261 लोग स्वस्थ होकर डिस्चार्ज हुए हैं। दैनिक पॉजिटिविटी दर 0.1% से भी कम स्तर पर आ चुका है, जबकि रिकवरी दर 98.5% है। इस समय प्रदेश में कुल एक्टिव केस घटकर 3,046 रह गए हैं। 1868 लोगों का इलाज होम आइसोलेशन में हो रहा है। प्रदेश में अब तक 5 करोड़ 73 लाख 48 हज़ार 462 कोविड टेस्ट हो चुके हैं।

कोरोना से बचाव के लिए टीकाकरण सबसे उत्तम सुरक्षा कवर है। प्रदेश में अब तक 3 करोड़ 4 लाख से अधिक वैक्सीन डोज लगाए जा चुके हैं। ग्रामीण क्षेत्रों में टीकाकरण केंद्रों पर लोगों का उत्साह सुखद है। बड़ी संख्या में लोग वैक्सीनेशन के लिए आ रहे हैं। कोरोना वायरस के गहन अध्ययन-परीक्षण के लिए प्रदेश में जीनोम सिक्वेंसिंग की सुविधा को लगातार बढ़ाया जा रहा है। बीएचयू, वाराणसी, केजीएमयू लखनऊ और सीडीआरआई, आईजीआईबी, दिल्ली के सहयोग से जीनोम परीक्षण कराया जा रहा है। अध्ययन की यह रिपोर्ट डेल्टा प्लस वैरिएंट से बचाव के लिए प्रबंधन में सहायक होगी।अब तक केवल मेडिकल कॉलेजों में पीडियाट्रिक आईसीयू बेड की संख्या 5900 से अधिक हो गई है। स्वास्थ्य विभाग के अस्पतालों में भी पीकू एवं नीकू स्थापना की जा रही है।  

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