असली रेमडेसिविर की ऐसे करें पहचान, इन बातों का रखें खास ध्यान

देश के कई जगह नकली रेमडेसिविर बेचा जा रहा है। लेकिन इन गलतियों से आप असली रेमडेसिविर का पता लगा सकते हैं।

Newstrack Network :  Network
Published By :  Shreya
Update: 2021-05-01 07:53 GMT

रेमडेसिविर (फोटो साभार- सोशल मीडिया) 

नई दिल्ली: देश में कोरोना वायरस (Corona Virus) का संकट गहराता जा रहा है। लेकिन इस बीच मुनाफाखोरी करने वाले लोगों की कमी नहीं हो रही है। ऐसी विकट परिस्थितियों में भी जरूरी दवाओं से लेकर ऑक्सीजन तक की कालाबाजारी करने की खबरें सामने आ रही हैं। यही नहीं देश के कई हिस्सों में तो नकली रेमडेसिविर (Fake Remdesivir) बनाने और बेचने का भी मामला सामने आया है।

पहले ही लोग कालाबाजारी (Black Marketing) से तंग आ गए हैं, इस बीच नकली रेमडेसिविर इंजेक्शन ने लोगों की चिंता को और बढ़ा दिया है। अभी हाल ही में राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली- एनसीआर में नकली रेमडेसिविर बनाने और बेचने का मामला सामना आया है। ऐसे में अब लोगों के मन में ये सवाल पैदा हो गया है कि वो ये कैसे पता लगाएं कि रेमडेसिविर का इंजेक्शन असली है या नकली?

ऐसे करें असली रेमडेसिविर की पहचान?

बस आपको रेमडेसिविर के पैकेट के ऊपर की कुछ गलतियों को ध्यान देना होगा, जिसे पढ़कर आप असली और नकली इंजेक्शन का पता लगा सकते हैं। इस बीच दिल्ली पुलिस क्राइम ब्रांच की डीसीपी मोनिका भारद्वाज (Monika Bhardwaj) ने भी ट्वीट करते हुए बताया है कि आप कैसे असली और नकली रेमडेसिविर इंजेक्शन का पता लगा सकते हैं।

असली रेमडेसिविर के सभी शीशी पर Rxremdesivir लिखा रहता है। सभी इंजेक्शन 2021 में बने हैं। इंजेक्शन के बॉक्स के पीछे एक बार कोड भी बना होता है। जरूरी बात कि 100 मिलीग्राम का इंजेक्शन सिर्फ पाउडर के तौर पर ही शीशी में रहता है। असली रेमडेसिविर के पैकेट पर अंग्रेजी में कैपिटल लैटर में For use in लिखा है जबकि नकली वाले में स्मॉल लेटर में for use in.

इसके अलावा भी नकली पैकेट पर स्पेलिंग में तमाम गलतियां हैं, जिससे नकली रेमडेसिविर के बारे में आसानी से पता लगाया जा सकता है। वहीं, असली पैकेट के पीछे चेतावनी लाल रंग से है जबकि नकली पैकेट पर काले रंग में वॉर्निंग है।

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