Coronavirus: बेसिक शिक्षा मंत्री के आंकड़े झूठे, स्कूल शिक्षा महानिदेशक का दावा- 1474 शिक्षकों की मौत
Coronavirus : जब बेसिक शिक्षा मंत्री डॉ. सतीश द्विवेदी ने बताया था कि कोरोना महामारी की वजह से मात्र तीन शिक्षकों की मौत (Shikshako Ki Maut) हुई है। उस वक़्त विपक्षी पार्टियों ने इस पर ख़ूब हंगामा काटा था और मांग की थी कि दोबारा जांच होनी चाहिए।
Coronavirus: कोरोना संक्रमण की वजह से प्रदेश में हजारों की संख्या में सरकारी कर्मचारियों (Government Employees) ने अपनी जान गंवाई हैं। अकेले बेसिक शिक्षा विभाग में 1474 कर्मचारियों-अधिकारियों को इस महामारी के चलते अपनी जान (Corona Death) से हाथ धोना पड़ा है। तो, स्कूल शिक्षा महानिदेशक विजय किरन आनंद द्वारा शासन को भेजी गई रिपोर्ट में यह भी बताया गया कि एक अप्रैल 2020 से मई 2021 तक 812 कार्मिकों की कोरोना के अलावा अन्य कारणों से मौत हुई हैं।
विपक्ष ने काटा था ख़ूब बवाल
कुछ दिनों पहले जब बेसिक शिक्षा मंत्री डॉ. सतीश द्विवेदी ने बताया था कि कोरोना महामारी की वजह से मात्र तीन शिक्षकों की मौत (हुई है। उस वक़्त विपक्षी पार्टियों ने इस पर ख़ूब हंगामा काटा था और मांग की थी कि दोबारा जांच होनी चाहिए। जिसके बाद मंत्री द्वारा जांच के आदेश कर शासन को रिपोर्ट भेजने के निर्देश दिए गए थे। Shikshako Ki Maut)
सभी बेसिक शिक्षा अधिकारियों ने भेजी रिपोर्ट
इस बाबत स्कूल शिक्षा महानिदेशक विजय किरन आनंद ने सभी बेसिक शिक्षा अधिकारियों से आदेश जारी कर कहा था कि कोरोना संक्रमण की वजह से मृत कार्मिकों का ब्यौरा दें। अब जब सभी जिलों से रिपोर्ट आ चुकी है, तो उस रिपोर्ट के आधार पर महानिदेशक ने शासन को रिपोर्ट भेजी है। जिसमें उन्होंने अपने है कि प्रदेश में 1474 कार्मिकों की कोरोना संक्रमण से मौत हुई है। जबकि 812 कार्मिकों की अन्य कारणों से मौत हुई है।
254 मृतक आश्रितों को मिली अनुकंपा नियुक्ति
स्कूल शिक्षा महानिदेशक विजय किरन आनंद ने बताया कि अब तक 254 मृतक आश्रितों को अनुकंपा नियुक्ति मिल चुकी है। विजय किरन आनंद ने कहा है कि 'अब तक 254 मृतक आश्रितों को अनुकंपा नियुक्ति दी गई, जबकि 2032 मृतक शिक्षकों व कर्मचारियों के आश्रितों को अनुकंपा नियुक्ति के मामले लंबित है। इनमें से 1036 की फाइल संबंधित जिलों के स्तर पर लंबित है। वहीं 996 मामलों में अनुकंपा नियुक्ति के आवेदन नहीं मिले हैं। उन्होंने बताया है कि 141 मृतक आश्रितों को देयकों का भुगतान भी किया गया है।'
कोरोना संक्रमण से मौत का विवरण
कोरोना से कार्मिकों की हुई मौतों में समूह-क के 01, खंड शिक्षा अधिकारी (राजपत्रित) के 06, समूह-ग (सहायक अध्यापक व लिपिक) के 1248, समूह-घ (चपरासी व अन्य चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी) के 47 और संविदा पर कार्यरत (शिक्षा मित्र, अनुदेशक) के 172 कार्मिकों को अपनी जान गंवानी पड़ी।
शिक्षकों के परिवार के लिए मुख्यमंत्री से 1 करोड़ रुपए की मांग
पंचायत चुनाव 2021 में ड्यूटी के दौरान कोरोना की चपेट में आकर शिक्षकों की मौत के मामलें में इसके पहले प्राथमिक शिक्षक संघ ने 1621 शिक्षकों की मौत के आंकड़े जारी किए थे। इसके बाद विधायक सुरेश चंद्र त्रिपाठी (Teacher MLC Suresh Chandra Tripathi) ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Chief Minister Yogi Adityanath) को पत्र लिखकर 25 माध्यमिक शिक्षा के मृतक शिक्षकों और कर्मचारियों के परिजनों के लिए आर्थिक सहायता की मांग की। विधायक ने मुख्यमंत्री से 1 करोड़ रुपए की सहायता मांगते हुए सभी परिवारों की मदद करने की गुहार लगाई।
इसके अलावा माध्यमिक शिक्षक संघ की ओर से विधान परिषद में शिक्षक दल के नेता एवं MLC सुरेश कुमार त्रिपाठी (MLC Suresh Kumar Tripathi) तथा गोरखपुर से शिक्षक सीट से MLC ध्रुव कुमार त्रिपाठी ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर अवगत कराया कि बेसिक शिक्षा के अतिरिक्त माध्यमिक शिक्षा विभाग के भी 425 शिक्षक व कर्मचारी पंचायत चुनाव के कारण मौत के मुँह में चले गये।