Coronavirus Vaccination: 12 साल से कम उम्र के बच्चों के अभिभावकों को लगेगी वैक्सीन, हर जिले में बनेगा स्पेशल बूथ
Coronavirus Vaccination: उत्तर प्रदेश सरकार ने 12 वर्ष तक की आयु के बच्चों के अभिभावकों को वैक्सीनेट करते हुए उन्हें सुरक्षा कवच प्रदान करने का निर्णय लिया है।;
लखनऊ: कोरोना महामारी की सम्भावित तीसरी लहर में बच्चों के ज्यादा प्रभावित होने की आंशका व्यक्त की जा रही है। उत्तर प्रदेश सरकार ने 12 वर्ष तक की आयु के बच्चों के अभिभावकों को वैक्सीनेट करते हुए उन्हें सुरक्षा कवच प्रदान करने का निर्णय लिया है। ऐसे अभिभावकों का टीकाकरण प्राथमिकता पर किये जाएगा। इसके लिए हर जिले में 'अभिभावक स्पेशल' बूथ स्थापित किये जाएंगे। साथ ही ऐसे अभिभावकों से संपर्क कर उन्हें टीकाकरण के लिए प्रेरित और प्रोत्साहित किया जाएगा।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि यह वैक्सीनेशन अभिभावकों के साथ-साथ इनके बच्चों की संक्रमण से सुरक्षा में उपयोगी होगा। कोरोना के खिलाफ लड़ाई में टीकाकरण हमारा रक्षा कवच है। प्रदेश में व्यापक स्तर पर निःशुल्क कोविड वैक्सीनेशन का कार्य किया जा रहा है। उन्होंने राज्य में कोविड वैक्सीनेशन कार्य को और तेजी से आगे बढ़ाने को कहा है।
उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार व राज्य सरकार निःशुल्क कोविड वैक्सीनेशन करा रही है। केंद्र सरकार द्वारा 45 वर्ष से अधिक आयु के लोगों का निःशुल्क टीकाकरण कराया जा रहा है। राज्य सरकार अपने संसाधनों से प्रदेश के 18 से 44 आयु वर्ग के लोगों का निःशुल्क टीकाकरण करा रही है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य कर्मचारियों के टीकाकरण के लिए सभी जनपदों में अलग से बूथ स्थापित किये जाएं। इन्हें जनपद, तहसील एवं विकास खण्ड मुख्यालय स्तर पर संचालित किया जाए। इसी प्रकार अध्यापकों के टीकाकरण कार्य को भी आगे बढ़ाया जाए। इसके लिए प्रत्येक जनपद में जिला विद्यालय निरीक्षक तथा बेसिक शिक्षा अधिकारी के कार्यालयों को केन्द्र बिन्दु बनाकर प्रभावी कार्यवाही की जाए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा अभी 3 वैक्सीन के प्रयोग की अनुमति दी गयी है। आने वाले समय में कई अन्य वैक्सीन की उपलब्धता सम्भावित है। इसकी प्रगति पर सतत नजर रखी जाए। उन्होंने कहा कि वैक्सीन डोज की सुचारु उपलब्धता बनाये रखने के लिए प्रदेश सरकार द्वारा ग्लोबल टेंडर जारी किया गया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि टीकाकरण के सम्बन्ध में लोगों को जागरूक किया जाए। इस सम्बन्ध में विभिन्न प्रचार माध्यमों का उपयोग किया जाए।