सूर्य ग्रहण पर बनारस के घाटों पर उमड़ी श्रद्धालुओं की भीड़

ग्रहण के संबंध में आचार्य पवन त्रिपाठी बताते हैं कि ग्रहण का धनु,मकर, कन्या और वृष राशि के जातकों पर विशेष प्रभाव पड़ता है। इसलिए ग्रहण काल में ध्यान और जप करें। इसके साथ ही उग्रह में स्नान के बाद दान करें। मान्यता है कि इससे ग्रहण का प्रभाव कम होगा।

Update: 2019-12-26 05:02 GMT

वाराणसी: भगवान भाष्कर पर आई सबसे बड़ी आफत को दूर करने के लिए लोग अपने-अपने तरीके से जप-तप करते दिखे। धर्म नगरी वाराणसी के गंगा घाटों पर भी आस्था का हुजूम उमड़ा। सूर्य ग्रहण के दौरान लोगों ने गंगा स्नान किया और घाट किनारे ही जप करते दिखे।

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हांड कंपाने वाली ठंड में भी उमड़ा हुजूम

गुरुवार को बनारस और आसपास के जिलों में जबरदस्त कोहरा और ठंड थी। तापमान लगभग 8 डिग्री के आसपास था। बावजूद इसके श्रद्धालुओं का हुजूम अलसुबह से ही घाटों पर जम गया। जैसे ही सूर्य ग्रहण शुरू हुआ लोगों ने गंगा स्नान किया और जप-तप में जुट गए। ये ग्रहण वर्ष 2019 का अंतिम सूर्य ग्रहण है और जिस समय ये ग्रहण लग रहा है छः और सात ग्रहों की युक्ति बन रही है।

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ऐसा करने से ग्रहण का प्रभाव होता है कम

ग्रहण के संबंध में आचार्य पवन त्रिपाठी बताते हैं कि ग्रहण का धनु,मकर, कन्या और वृष राशि के जातकों पर विशेष प्रभाव पड़ता है। इसलिए ग्रहण काल में ध्यान और जप करें। इसके साथ ही उग्रह में स्नान के बाद दान करें। मान्यता है कि इससे ग्रहण का प्रभाव कम होगा।

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