DDU News: संविधान दिवस पर आयोजित होंगी विभिन्न प्रतियोगिताएं, एलएलबी के छात्र करेंगे प्रतिभाग

DDU News: इसके अंतर्गत वाद-विवाद प्रतियोगिता, ऑनलाइन क्विज, भाषण, संविधान प्रस्तावना का वाचन, पोस्टर मेकिंग एवं स्लोगन राइटिंग जैसे कई प्रतियोगिताएं कराई जाएंगी।

Written By :  Durgesh Sharma
Update:2022-11-19 20:11 IST

Gorakhpur News Various competitions organized on Constitution Day in ddu university (Social Media)

DDU News: दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय के बीएएलएलबी के स्टूडेंट की सहभागिता से संविधान दिवस (26 नवंबर) के उपलक्ष्य में विभाग द्वारा विभिन्न प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जाएगा। इसके अंतर्गत वाद-विवाद प्रतियोगिता, ऑनलाइन क्विज, भाषण, संविधान प्रस्तावना का वाचन, पोस्टर मेकिंग एवं स्लोगन राइटिंग जैसे कई प्रतियोगिताएं कराई जाएंगी।

बीएएलएलबी प्रोग्राम के को-ऑर्डिनेटर प्रो.अजय कुमार शुक्ला ने बताया कि विद्यार्थियों को संविधान दिवस के अवसर पर विभिन्न प्रतियोगिताओं में शामिल करके उनकी वाद-विवाद क्षमता, बोलने की क्षमता एवं विषय वस्तु पर पकड़ को मजबूत बनाना ही इस प्रतियोगिता का मुख्य उद्देश्य है। कुलपति प्रो. राजेश सिंह के निर्देश एवं सुझावों के अनुरूप निरंतर विश्वविद्यालय में एक्स्ट्रा करिकुलम एक्टिविटीज को बढ़ावा देने का प्रयास किया जा रहा है।

प्रो.शुक्ला ने कहा कि इस प्रतियोगिता के लिए विभिन्न शिक्षकों को प्रभारी बनाया गया है। इच्छुक प्रतिभागी प्रभारी शिक्षकों से मिलकर अपना नाम दर्ज करवाएंगे। यह बताना उल्लेखनीय है कि यूजीसी के सचिव प्रोफेसर रजनीश जैन के द्वारा भी इस तरह के कार्यक्रम आयोजित कराए जाने का निर्देश दिया गया है। इन सभी प्रतियोगिताओं का आयोजन कक्षाओं के सम्पन्न होने के पश्चात 2 बजे से किया जाएगा।

प्रतियोगिताएं और उनके प्रभारी

23 नवंबर 2022

1) भाषण प्रतियोगिता

विषय-वस्तु– "भारत लोकतंत्र की जननी" । भाषण प्रतियोगिता के प्रभारी - डॉ. पवन कुमार, डॉ.सर्वेश चंद शुक्ला, श्री अमित कुमार श्रीवास्तव, मंतशा अजीज।

2) वाद-विवाद प्रतियोगिता

विषय-वस्तु- सामाजिक नैतिकता एवं संवैधानिक नैतिकता। वाद विवाद प्रतियोगिता के प्रभारी - डॉ. शिवपूजन सिंह, डॉ. राजेश मणि त्रिपाठी, श्री संदीप सिंह।

24 नवंबर 2022

1) ऑनलाइन क्विज प्रतियोगिता। विषय–वस्तु– भारतीय संविधान पर आधारित ऑनलाइन क्विज प्रतियोगिता।

2) संविधान के प्रस्तावना के वाचन का वीडियो बनाकर सोशल मीडिया (आधिकारिक पेज) पर अपलोड करना। प्रभारी– डॉ.शैलेश कुमार सिंह, डॉ.पवन कुमार, श्री आशीष नाथ तिवारी।

25 नवंबर 2022

पोस्टर मेकिंग एवं स्लोगन राइटिंग प्रतियोगिता। विषय-वस्तु –संविधान एवं संवैधानिक मूल्य। प्रभारी– डॉ. पंकज कुमार, डॉ. सत्येंद्र श्रीवास्तव, श्री गिरीश सिंह, मंतशा अजीज।

26 नवंबर 2022

प्रभात फेरी।

एजुकेशन डिपार्टमेंट में सेमिनार का हुआ आयोजन

डीडीयू के शिक्षा शास्त्र विभाग द्वारा "गुरु गोरखनाथ का सामाजिक एवं शैक्षिक दर्शन" विषय व्याख्यान का आयोजन विभाग के सभागार में किया गया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में महायोगी गुरु गोरक्षनाथ विश्वविद्यालय के कुलसचिव एवं गोरखपुर विश्वविद्यालय के कार्यपरिषद सदस्य डॉ. प्रदीप राव तथा विशिष्ट अतिथि के रूप में प्रोफेसर राजशरण शाही, स्कूल ऑफ एजुकेशन बाबा साहब भीमराव अंबेडकर केंद्रीय विश्वविद्यालय लखनऊ मौजूद रहें। कार्यक्रम की अध्यक्षता शिक्षा शास्त्र विभाग की अध्यक्ष एवं अधिष्ठाता प्रोफेसर शोभा गौड़ तथा संचालन डॉ. राजेश सिंह ने किया।

इस मौके पर मुख्य अतिथि डॉ. प्रदीप राव ने कहा कि यदि समाज की सिसकियां नहीं सुनी तो धर्म व्यर्थ है, जिस मानव में समाज की सिसकियां सुनने की क्षमता नहीं होगी निश्चित रूप से वह मानव नहीं है। उन्होंने कहा कि यदि सामाजिक समरसता देखना चाहते हैं तो गोरखनाथ मंदिर के भोजनालय में देख सकते हैं जहां सभी वर्ग के लोग आज भी एक साथ बैठकर भोजन ग्रहण करते हैं।


वहीं विशिष्ट अतिथि प्रो.राजशरण शाही ने अपने सम्बोधन में कहा की भारतीय दर्शन में नाथ संप्रदाय एवं नाथ पंथ के सिद्ध योगियों का महत्वपूर्ण योगदान रहा है जो आज भी कायम है। उन्होंने कहा कि शिक्षा का उद्देश्य चरित्र निर्माण होना चाहिए। इसके साथ ही त्रिभाषा सूत्र के अंतर्गत बालकों में अल्पायु में ही भाषा सीखने की क्षमता अत्यधिक होती है इसलिए भाषा ज्ञान इसी उम्र में होना चाहिए।

राष्ट्रीय विकास के लिए मुख्यतः तीन आयामों का विकास आवश्यक है जिसमें सांस्कृतिक, सामाजिक एवं आर्थिक विकास सम्मिलित हैं। अंत में उन्होंने गोरखनाथ के ज्ञान परंपरा को अपनाकर चरित्र निर्माण के लिए छात्रों को अभिप्रेरित किया।

इस अवसर पर प्रोफेसर सरिता पांडे, प्रोफ़ेसर सुषमा पांडे, प्रोफेसर राजेश सिंह, प्रोफ़ेसर उदयसिंह, प्रोफेसर सुनीता दुबे, डॉक्टर मीतू सिंह, डॉ ज्योति बाला, डॉ. ममता चौधरी, डॉ अनुपम सिंह, डॉक्टर दुर्गेश पाल सहित अन्य शिक्षक एवं छात्र-छात्राएँ मौजूद रहे।

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