गवर्नर बाेलेः कैंसर की तरह कालेधन के इलाज के लिए नोटबंदी, सफल होगी मोदी सरकार
बाराबंकी: जब कैंसर का ट्रीटमेंट होता है तो आॅपरेशन करते हैं फिर कीमोथेरेपी भी देते हैं। जब बीमारी होती है तो उस समय पर डॉक्टर कड़वी दवा देते हैं। जब दवा दी जाती है तो तकलीफ होती है। कालाधन भी कैंसर की तरह है और नोटबंदी एक दवा के तौर पर दी गई है। इससे निश्चित तौर पर कुछ लोगों को तकलीफ हो रही है।
केंद्र की कोशिश सफल होगी
गवर्नर राम नाईक ने कहा कि यह कालेधन के विरोध की लड़ाई है जाली नोट के विरोध की लड़ाई है। सबको मिलकर लड़नी है और निश्चित तौर पर जो प्रामाणिक लोग हैं, ईमानदार लोग हैं, नौकरी करने वाले पगार के आधार पर जिनका काम चलता है। उनको ज्यादा तकलीफ नही होंगी। जिस प्रकार केंद्र सरकार कोशिस कर रही है वह सफल होगी, ऐसा मुझे विश्वास है ।
मेरे सबके साथ हैं अच्छे संबंद्ध
मेरे सबके साथ अच्छे संबंद्ध हैं। मेरी एक किताब का विमोचन का कार्यक्रम जब लखनऊ मे हुआ तो उसमे देश के गृहमंत्री राजनाथ सिंह जी आए थे। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश भी पहुंचे थे। विशिष्ठ अतिथि के रूप में मुलायम सिंह आए थे। उससे दो दिन पहले दिल्ली में विमोचन हुआ। पांच भाषाओं में मेरी किताब विमोचित हुई । राष्ट्रपति ने राष्ट्रपति भवन में विमोचन किया और उसमे उप-राष्ट्रपति और लोक सभा की अध्यक्षा सुमित्रा महाजन भी आईं थी। एक साथ काम करने का आनंद होता है, यह आनंद देना चाहिए। जो आनंद नही देता है तो उसका दुःख हो जाता है।
आजम खान जी के बारे मे जितने भी सवाल मुझसे पूंछे गए हैं, दो ढाई साल से पूंछे जा रहे हैं मैं उनके सवालों के बारे में कभी उत्तर नहीं देता हूं। मैं गर्वनर हूं और मेरे पद की एक गरिमा होती है। मैं इस गरिमा के तहत किसी के आक्षेप पर उत्तर नहीं देता हूं। इसलिए आजम खान अपने आप में बहुत बड़े हैं और उन्होंने राष्ट्रपति जी के पास शिकायत की है। राष्ट्रपति जी उसका संज्ञान लेंगे। लेकिन आजम खान जी के बारे में मुझे कुछ कहना नहीं है।
गवर्नर राम नाईक शुक्रवार 2 दिसंबर को बाराबंकी में एक शादी समारोह में शामिल होने पहुंचे थे । इसी दौरान उन्होंने ये बाते कहीं।
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