नोएडाः दिल्ली-एनसीआर में डीजल कैब पर प्रतिबंध लगने के बाद मंगलवार सुबह कैब ऑपरेटरों ने डीएनडी पर जाम लगा दिया। कैब ऑपरेटरों ने टोल गेट पर गाड़ियों को फंसाकर खड़ा कर दिया। इस प्रोटेस्ट में ऐप बेस्ड सर्विसेज के अलावा प्राइवेट टैक्सियां ऑपरेट करने वाले भी शामिल रहे।
कैब्स ऑपरेटरों ने जाम किया डीएनडी
-यह बैन सुप्रीम कोर्ट की सख्ती के बाद लगा है।
-डीएनडी टोल रोड पर दिल्ली से आ रहे ट्रैफिक को कैब्स ऑपरेटरों ने पूरी तरह बाधित कर दिया।
-इससे करीब तीन किलोमीटर लंबा जाम लग गया।
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-डीएनडी अधिकारियों ने कहा कि उन्हें यह सूचना नहीं थी।
-मंगलवार को कैब ऑपरेटर यहां आकर डीएनडी बंद करने वाले हैं।
-जाम खुलवाने के लिए हमने रिजर्व पार्किंग एरिया से रास्ता दिया है।
-इस तरह ट्रैफिक को पैरलल रास्ते से नोएडा सेक्टर-14 की तरफ निकाला गया।
परमिट का क्या करें हम?
-टैक्सी ऑपरेटरों का कहना है कि हम सुप्रीम कोर्ट के निर्देशों को समझ रहे हैं।
-सरकार ने ही हमें 5 साल के लिए परमिट जारी किया है।
-हम लोगों ने लोन पर गाड़ियां ली हैं। हम लोन की ईएमआई कैसे भरें।
-कैब ड्राइवर ने कहा कि वह बेरोजगार हो गया है।
-सरकार को परमिट खत्म होने तक की मोहलत देनी चाहिए थी।
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आत्महत्या करने को न करें मजबूर
-सरकार पर आरोप लगाते हुए टैक्सी चालकों ने मांग की है।
-हमारी मांगे नहीं मानी गई तो हम पूरे परिवार के साथ सड़कों पर जाम लगाएंगे।
-अगर डीजल टैक्सी को बैन करना था तो पहले होने वाले रजिस्ट्रेशन पर रोक लगानी थी।
-अब टैक्सी चालक आत्महत्या करने पर मजबूर हो रहे हैं।
नोएडा में क्या है स्थिति?
-नोएडा में डीजल की 8397 टैक्सियां रजिस्टर्ड हैं, वहीं रजिस्टर्ड पेट्रोल की 597 टैक्सी या कैब चलती हैं।
-इसके अलावा गाजियाबाद से डीजल की 3021 टैक्सी और पेट्रोल की 402 टैक्सी या कैब रजिस्टर्ड है।
-इनमें से कई टैक्सी-कैब ऑल इंडिया परमिट पा चुकी हैं, जिन्हें छूट मिली है।
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-डीजल-पेट्रोल वाली हजारों टैक्सी और कैब दिल्ली से नोएडा और गाजियाबाद में आती हैं।
-इनके एकाएक सड़क से हटने का प्रभाव पड़ेगा