Dog Tax in Lucknow: लखनऊ नगर निगम बढ़ाएगा 'कुत्ता कर', अब डॉगी के लिए देने होंगे इतने रुपये!

Dog Tax in Lucknow: कुत्तों पर कर बढ़ाने का ये प्रस्ताव पूर्व नगर आयुक्त अजय द्विवेदी के समय में शुरू हुआ था। उस वक्त सभी तरह के कुत्ते पालने पर 1000 रुपये कर निर्धारण किया गया था।

Update: 2022-08-04 14:47 GMT

Pitbull in Lucknow (Image: Ashutosh Tripathi, Newstrack)

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Dog Tax in Lucknow: राजधानी में कुत्ते पालने का शौक महंगा होने जा रहा है। नगर निगम 'कुत्ता कर' में इजाफा करने की पूरी कार्ययोजना तैयार कर चुका है। जल्द ही अंतिम मुहर के लिए इसे कार्यकारिणी की बैठक में रखा जाएगा जहां अंतिम मुहर लगेगी। अभी तक नगर निगम बड़ी ब्रीड के कुत्ते रखने पर 500 रुपया कर वसूलता था। जबकि छोटी ब्रीड के कुत्तों पर 300 रुपये देने होते थे। देशी कुत्तों पर 200 रुपया का कर लगता था। अब इसे बढ़ाकर 1000 से 1500 रुपये तक किया जा सकता है।

हालांकि कुत्तों पर कर बढ़ाने का ये प्रस्ताव पूर्व नगर आयुक्त अजय द्विवेदी के समय में शुरू हुआ था। उस वक्त सभी तरह के कुत्ते पालने पर 1000 रुपये कर निर्धारण किया गया था। लेकिन उसी बीच अजय द्विवेदी का ट्रांसफर होने के बाद 1000 रुपये वाले प्रस्ताव को खारिज कर दिया गया था। अब नया कर निर्धारित किया जाएगा। जो 1000 से 1500 के बीच में हो सकता है।

नगर निगम के मुख्य पशु चिकित्साधिकारी व संयुक्त निदेशक पशु कल्याण डॉ. अरविंद राव व पशु चिकित्साधिकारी डॉ. अभिनव वर्मा को इस संबंध में फिर से प्रस्ताव देने को कहा गया है। मुख्य पशु चिकित्साधिकारी की तरफ से जल्द ही नए कुत्ता कर का प्रस्ताव बनाकर नगर आयुक्त को सौंपा जाएगा। जिसके बाद कार्यकारिणी की बैठक में नए कर पर फैसला लिया जाएगा।

कुत्ते पालने के लिए लाइसेंस लेना जरुरी

लखनऊ में पिटबुल डॉग द्वारा अपनी बुजुर्ग मालकिन को नोंच-नोंच कर मौत के घाट उतारने की घटना के बाद नगर निगम कुत्ते पालने के लिए लाइसेंस लेना जरूरी है। हालांकि ये पहले से ही लागू थी लेकिन इस ओर किसी का ध्यान नहीं जाता था। आज भी ऐसे हजारों लोग हैं जिनके घर में पालतू कुत्ते हैं लेकिन लाइसेंस नहीं मिलेगा। इसी लिए लाइसेंस नहीं लेने पर 5 हजार रुपए तक का जुर्माने का प्रावधान किया गया है। अभी मौजूदा समय में कुत्तों के साइज के हिसाब से लाइसेंस शुल्क देना होता है। इसमें 500, 300, 200 रुपये का चार्ज होता है। लखनऊ नगर निगम के खाते में लाइसेंस शुल्क से करीब 17 लाख रुपए राजस्व ते रूप में आ चुके हैं।   

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