ED Action: ईडी के फंदे में अब इत्र कारोबारी पीयूष जैन, मनी लॉन्ड्रिंग का केस दर्ज, जांच शुरू

ED Action: ईडी के निशाने पर अब कन्नौज के इत्र कारोबारी पीयूष जैन हैं। जांच एजेंसी के राजधानी लखनऊ स्थित जोनल ऑफिस ने उनके खिलाफ पीएमएलए कानून के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

Update:2022-08-02 12:15 IST

ईडी रेड के दौरान पीयूष जैन के घर रूपए की गिनती करते कर्मचारी (साभार न्यूज़ नेटवर्क)

ED Action: पश्चिम बंगाल और महाराष्ट्र के बाद प्रवर्तन निदेशालय (ED) अब उत्तर प्रदेश में भी सक्रिय हो गया है। ईडी के निशाने पर अब कन्नौज के इत्र कारोबारी पीयूष जैन हैं। जांच एजेंसी के राजधानी लखनऊ स्थित जोनल ऑफिस ने उनके खिलाफ पीएमएलए कानून के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। ईडी ने ये कार्रवाई डीडीजीआई और डीआरआई की तरफ से पीयूष जैन पर कराई गई एफआईआर के आधार पर की है। 

ईडी सूत्रों के मुताबिक, जांच एजेंसी जल्द ही इत्र कारोबारी के देशभर में स्थित विभिन्न ठिकानों पर छापा मारने वाली है। जांच के बाद पीयूष जैन की संपत्तियों को अटैच भी किया जा सकता है। आपको बता दें कि पीयूष जैन कन्नौज का वही इत्र कारोबारी है जिसके ठिकानों पर बीते साल दिसंबर में छापे पड़े थे। इसमें करीब 196 करोड़ रूपये का कैश मिला था। इसके अलावा 23 किलो सोने के बिस्कुट भी मिले थे। 

दिसंबर 2021 में डायरेक्टरेट जनरल ऑफ जीएसटी इटेलिजेंस अहमदाबाद ने इत्र कारोबारी के कानपुर और कन्नौज स्थित ठिकानों पर छापेमारी की थी। इस दौरान उसके कानपुर वाले घर से 177 करोड़ रूपये और कन्नौज वाले घर से 19 करोड़ रूपये बरामद हुए थे। उसके ठिकाने से जो 23 किलो सोना मिला था उस पर विदेशी मार्क था। विदेशी सोना मिलने के बाद उसके खिलाफ एफआईआर भी दर्ज हुई थी। पीयूष जैन पर डीडीजीआई ने 31.50 करोड़ रूपये की टैक्स चोरी का आरोप लगाया था। 

जमानत के बाद भी जेल में पीयूष जैन

इत्र कारोबारी पीयूष जैन को बीते दिनों हाईकोर्ट से सोना तस्करी के मामले में सशर्त जमानत मिल गई थी। हाईकोर्ट ने सात शर्तों के साथ जैन को जमानत दी थी, जिसमें सबूतों से छेड़छाड़ न करने, पासपोर्ट जमा करने, ट्रायल कोर्ट के अनुमति के बगैर देश न छोड़ने आदि शामिल है। हालांकि, जीएसटी चोरी मामले में भी आरोपी के कारण वह जेल से बाहर नहीं आ पाया था। आज यानी 2 अगस्त को इस मामले की सुनवाई होनी है। 

पीयूष जैन को लेकर मचा सियासी बवाल 

कन्नौज सपा प्रमुख अखिलेश यादव के साथ - साथ उनकी पत्नी का भी चुनाव क्षेत्र रहा है। ऐसे में जब उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव से ऐन पहले पीयूष जैन पर छापे पड़े और उसकी अकूत संपत्ति सामने आई तब राजनीति गरमा गई। बीजेपी ने जैन को सपा का करीबी बताते हुए अखिलेश यादव पर हमले तेज कर दिए थे। चुनाव प्रचार के दौरान भाजपा के नेता जैन के पास से बरामद काली कमाई का मुद्दा जोर शोर से उठाया करते थे। 

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