मऊ: शिक्षा विभाग ने 15 फर्जी शिक्षकों को किया बर्खास्त
उत्तर प्रदेश के मऊ जिले में शिक्षा विभाग ने बडी कार्रवाई करते हुए 15 फर्जी शिक्षको को बर्खास्त कर दिया है। पन्द्रह शिक्षको की बर्खास्तगी की खबर से पूरे शिक्षा में हड़कंप मचा हुआ है।
मऊ: उत्तर प्रदेश के मऊ जिले में शिक्षा विभाग ने बडी कार्रवाई करते हुए 15 फर्जी शिक्षको को बर्खास्त कर दिया है। पन्द्रह शिक्षको की बर्खास्तगी की खबर से पूरे शिक्षा में हड़कंप मचा हुआ है।
दरअसल आपको बता दे कि सभी जिले के सभी नव ब्लाको मे इन फर्जी शिक्षको की नियूक्ति फर्जी बीएड की मार्कशीट के आधार पर हुई थी। शासन की मंशा के अनुसार के 2010 के बाद से जिले में जितने भी शिक्षको की नियूक्ति हुई है। उनकी गोपनीय जाँच कराने के लिए निर्देश है जिसके आधार पर जिले में सभी नियूक्ति शिक्षको शिक्षको की जाँच चल रही है।
जिसमें अपर जिलाधिकारी की अध्यक्क्षा में एक कमेटी का गठन का किया है । इस कमेटी में अपर जिलाधिकारी , अपर पुलिस अधीक्षक और एडीबेसिक शिक्षा अधिकारी को नामित किया गया है। कमेटी द्वारा इन 15 शिक्षको को जाँच में फर्जी पाया गया है । जिसके आधार पर इनकी बर्खास्तगी करने का काम किया गया है।
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जानकारी के अनुसार बता दे कि बर्खास्त शिक्षक प्रेमचन्द् पंकज सहायक अध्यापक प्राथमिक विघायल मंण्डुसरा खुर्द रानीपुर नियूक्ति 2010 , इनकी फर्जी बीएड की डिग्री वर्ष 2015 की है।
उर्मिला देवी सहायक अध्य़ापक प्राथमिक विघालय नसीराबाद कला ब्लाक रतनपुरा नियूक्ति 2009 बीएड की फर्जी डिग्री 2005 की बताई गयी है । पुष्पा सहायक अध्यापक प्राथमिक विघालय सौसरया मोहम्मदाबाद गोहाना ब्लाक नियूक्ति 2010 फर्जी बीएड की डिग्री 2005 का बताया गया है।
हिरालाल सहायक अध्यापक हसनपुर कोपागंज ब्लाक नियूक्ति वर्ष 2010 बीएड की फर्जी डिग्री 2005 की है। पुष्पा मौर्या सहायक अध्यापक जुडनपुर मोहम्मदाबद गोहाना ब्लाक नियूक्ति वर्ष 2010 बीएड की फर्जी डिग्री 2005 का है।
सुशील कुमार सहायक अध्यापक प्राथमिक विघालय कराहा मोहम्मदाबाद गोहाना नियूक्ति वर्ष 2010 फर्जी बीएड डीग्री 2004 की है । पंकज कुमार सहायक अध्यापक उमरपुर बडराव ब्लाक नियूक्ति वर्ष 2013 पूर्व मध्यमा 1994,शास्त्री परीक्षा वर्ष 2002 का है।
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अविनाश सहायक अध्यापक प्राथमिक विघालय भाटीकला मोहम्मदाबाद गोहाना ब्लाक नियूक्ति 2010 बीएड डिग्री 2003 की है ।सुनीता कुमार सहायक अध्यापक प्राथमिक विघालय लोहाटिकर रानीपुर ब्लाक नियूक्ति वर्ष 2010 बीएड की फर्जी डिग्री 2006। कृष्णकान्त यादव सहायक अध्यापक प्राथमिक विघालय हबीबरुर नियामतपुर फतहपुर मंण्डाव नियूक्ति 2010 बीएड 2002।
उर्मिला यादव सहायक अध्यापक प्राथमिक विघालय मंशुरपुर फतहपुर मंण्डाव नियूक्ति 2016 बीएड शास्त्री परीक्षा 2004 । राधेश्याम यादव सहायक अध्यापक प्राथमिक विघालय सिसवा दोहरीघाट ब्लाक नियूक्ति 2016 शास्त्री परीक्षा 2008।
उमेश चन्द सहायक अध्यापक प्राथमिक विघालय सिसंवा दोहरीघाट ब्लाक नियूक्त 2016 शास्त्री परिक्षा 2006 । रामजन्म सहायक अध्यापक प्राथमिक विघालय रामगढ बडराव ब्लाक नियूक्ति वर्ष 2016 शास्त्री परीक्षा 2004। मनीष कुमार यादव सहायक अध्यापक प्राथमिक विघालय रामपुर बडराव ब्लाक नियूक्ति वर्ष 2016 शास्त्री परीक्षा 2006 है ।
वाराणसी से सम्पूर्णानन्द विश्वविघालय से फर्जी स्नातक शास्त्री और दूसरे संस्सथानो के फर्जी बीएड की डिग्रियाँ बनवाकर जनपद में नौकरी कर रहे थे । शासन के निर्देश पर 2010 के बाद से नियूक्ति सभी शिक्षको की जाँच कराई जा रही है जिसमें अभी तक 15 शिक्षको के फर्जी मार्कशीट पाया गया है जिनको बर्खास्त करने का काम किया गया है।
जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी ओपी त्रिपाठी ने बताया कि शासन के निर्देश पर जिले में 2010 के बाद से नियूक्ति सहायक अध्यापक व अध्यापको की जाँच कराने के निर्देश प्राप्त हुए थे। जिसमें त्रिस्तरीय जाँच कमेटी का गठन किया गया।
इस जाँच कमेटी की अध्यक्षता अपर जिलाधिकारी अपर पुलिस अधीक्षक व एडीबेसिक शिक्षा अधिकारी को शामिल किया गया । इनकी जाँच रिपोर्ट के आधार पर जिले में 2010 के बाद से नियूक्ति शिक्षको में 15 शिक्षको की मार्कशीट और दस्तावेज फर्जी पाये गये। दस्तावेजो को फर्जी पाये जाने पर उनको बर्खास्त करने काम किया गया है ।
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