Newstrack खबर का असर: सेंटेनियल स्कूल से शिक्षा माफिया का कब्जा हटा, 12 लोगों पर लगा गैंगस्टर

Newstrack खबर का असर: डीएम ने फिर से सेंटेनियल स्कूल के चेयरमैन को स्कूल हैंडओवर कराया है। साथ ही स्कूल पर अवैध कब्जा करने वाले 12 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई गई है।

Update: 2022-07-08 12:06 GMT

Education mafia removed from Centennial School (Image credit: Newstrack Ashutosh Tripathi) 

Lucknow: राजधानी के कैसरबाग स्थित सेंटेनियल स्कूल पर शिक्षा माफिया द्वारा किए गए कब्जे के मामले में अब कड़ा एक्शन शुरू हो गया है। newstrack.com ने इस खबर को प्रमुखता से उठाया था। जिसके बाद आज शुक्रवार सुबह पूरे अमले के साथ लखनऊ के जिलाधिकारी सूर्यपाल गंगवार सेंटेनियल स्कूल पहुंचे और वहां पर कब्जा कर लगाया गया मेथादिष्ठ चर्च स्कूल के बोर्ड को उतरवाकर वहां फिर से सेंटेनियल का बोर्ड लगाकार पुराने बच्चों की पढ़ाई फिर से शुरु कराई।

डीएम ने फिर से सेंटेनियल स्कूल के चेयरमैन को स्कूल हैंडओवर कराया है। साथ ही स्कूल पर अवैध कब्जा करने वाले 12 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई गई है। इन सभी के ऊपर गैंगस्टर एक्ट के तहत भी कार्रवाई होगी। 


गुरुवार तक सेंटेनियल स्कूल पर मेथाडिष्ठ मैनेजमेंट का कब्जा था। लेकिन शुक्रवार सुबह जब पूरे प्रशासनिक अमेल के साथ डीएम वहां पहुंचे तो मौके पर मेथाडिष्ठ चर्च स्कूल का संचालन करने वाले किसी का पता नहीं था। वहां मौजूद सेंटेनियल स्कूल के चेयरमैन द्वारा ज़िलाधिकारी को बताया गया कि इसी तरह उनके 2 अन्य स्कूलों पर भी अनाधिकृत लोगों ने कब्ज़ा किया है। जिसके बाद डीएम फौरन किरिश्चियन ट्रेनिंग स्कूल और गोलागंज स्थित किरिश्चियन डिग्री कॉलेज पहुंचे। इन दोनों विद्यालयों में प्रधानाचार्य के कमरों में ताला लगा पाया गया। विद्यालय के प्रधानाचार्य द्वारा बताया गया कि अभियुक्तों द्वारा कमरों में ताला डाल कर कब्ज़ा किया गया है। लखनऊ के डीएम ने इस पर भी नाराजगी जताते हुए उसे भी तत्काल खोलने का आदेश दिया। जिसके बाद मजिस्ट्रेट की उपस्तिथि में वीडियो ग्राफी कराते हुए कमरों का ताला तोड़ते हुए विद्यालय को वापस अपने कब्जे में लिया जाए।

इस संबंध में ज़िलाधिकारी ने बताया कि तीनों विद्यालयों में पर्याप्त पुलिस बल की व्यवस्था को भी सुनिश्चित किया गया है। साथ ही निर्देश दिए गए है कि विद्यालयों में अनाधिकृत लोगों के प्रवेश को पूर्णता प्रतिबंधित किया जाए। विद्यालय प्रबंधन के द्वारा सभी विद्यार्थियों और स्टाफ को आई कार्ड जारी किए जाए। बिना आई कार्ड के किसी को विद्यालय परिसर में प्रवेश नहीं दिया जाएगा। यदि इन निर्देशों की अवहेलना की जाती है तो स्कूल प्रबन्धन के विरुद्ध कड़ी कार्यवाही की जाएगी। इसके बाद ज़िलाधिकारी फिर सेंटेनियल स्कूल पहुंचे। ज़िलाधिकारी ने बताया कि कल से इस स्कूल में बच्चे नहीं आएंगे।


डीएम ने की अभिभावकों के साथ बैठक

वहीं डीएम सूर्यपाल गंगवार ने मेथाडिष्ठ चर्च स्कूल में अपने बच्चों का दाखिला करने वाले माता-पिता को बुलाकर उनके साथ बैठक की। अभिभावकों द्वारा बताया गया कि मेथादिष्ठ चर्च स्कूल के द्वारा CBSE बोर्ड के बच्चों के एडमिशन किये गए थे। लेकिन स्कूल की मान्यता यूपी बोर्ड की ही है। स्कूल द्वारा लोगों से फ्राड करके एडमिशन किये गए हैं। जिसके लिए ज़िलाधिकारी द्वारा अभिभावकों से अनुरोध किया गया कि वह उक्त फ्राड के सम्बंध में मेथादिष्ठ चर्च स्कूल के विरुद्ध तहरीर थाना अध्यक्ष कैसरबाग को उपलब्ध करा दें। साथ ही बताया कि उक्त प्रकरण में जो भी अधिकारी या कर्मचारी दोषी पाए जाएगे उनके विरुद्ध भी कड़ी कार्यवाही की जाएगी।


मेथाडिष्ठ चर्च स्कूल के बच्चे दूसरे स्कूलों में शिफ्ट

डीएम के निर्देश पर मेथादिष्ठ चर्च स्कूल में पढ़ रहे बच्चों को दूसरे स्कूलों क्रेशचर्च स्कूल, कैथेड्रल स्कूल, एमा थॉमसन स्कूल और सेंट फ्रांसेस स्कूल के पदाधिकारियों को बुलाकर उन्हें अपने यहां एडमीशन देने के लिए प्रशासन ने बात की। मेथाडिष्ठ में 59 प्री-प्राईमरी, 44 कक्षा 1 से 5 तक के बच्चों और 18 कक्षा 6 से 8 तक बच्चों कुल 121 बच्चों का एडमिशन कराया गया। ज़िलाधिकारी ने कहा कि बच्चों की पढ़ाई पर कोई भी प्रतिकूल प्रभाव नहीं पड़ने पाए। सभी बच्चों के एडमिशन अभिभावकों द्वारा बताए गए स्कूलों में कराए जा रहे हैं।

अलग से नहीं देनी होगी फीस

डीएम ने अभिभावकों को आश्वासन दिया कि जिन अभिभावकों के द्वारा पूरे सेशन की फीस जमा की गई थी उनसे अगले सेशन में ही फीस ली जाएगी। उनको फिर से फीस नही जमा करनी होगी। उन्होंने बताया कि जिन अभिभावकों ने जिस माह तक कि फीस जमा की होगी उनको उन माह की फीस नहीं जमा करनी होगी। ज़िलाधिकारी ने कहा कि कल तक सभी बच्चों के एडमिशन दूसरे स्कूलों में करा दिए जाएंगे। जिसके लिए अभिभावकों द्वारा ज़िलाधिकारी को धन्यवाद दिया गया।

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