मशहूर वैज्ञानिक की रायः NSG पर जोर न देकर रिसर्च का बजट बढ़ाए सरकार

Update: 2016-06-28 05:48 GMT

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कानपुरः मोदी सरकार भारत को प्रतिष्ठित न्यूक्लियर सप्लायर्स ग्रुप में शामिल कराने के लिए भरसक कोशिश कर रही है, लेकिन भारत रत्न से सम्मानित मशहूर वैज्ञानिक प्रो. सीएनआर राव का कहना है कि भारत एनएसजी का सदस्य बने या नहीं, इससे खास फर्क नहीं पड़ने वाला। उन्होंने कहा कि देश को साइंस और टेक्नोलॉजी में मजबूत होने की जरूरत है। आईआईटी कानपुर के दीक्षांत समारोह में वह हिस्सा लेने आए थे। उन्हें भी डॉक्टर ऑफ साइंस की मानद उपाधि दी गई।

प्रो. राव ने क्या कहा?

-रिसर्च और इनोवेशन के लिए सरकार ज्यादा बजट दे।

-भारत अटॉमिक एनर्जी के क्षेत्र में पहले से ही मजबूत है।

-आईआईटी कानपुर को अमेरिका के एमआईटी की तर्ज पर बदलने की सलाह दी।

-अमेरिका में प्रोफेसरों के काफी रिसर्च पेपर पब्लिश होते हैं।

-वहां कैंपस में पढ़ाई के अलावा स्टार्टअप कंपनियां भी चलती हैं।

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1247 स्टूडेंट्स को मिलीं डिग्रियां

-आईआईटी कानपुर में 49वां दीक्षांत समारोह था।

-151 स्टूडेंट्स को पीएचडी और 1096 को पोस्ट ग्रेजुएट डिग्रियां दी गईं।

-मंगलवार को अंडर ग्रेजुएट स्टूडेंट्स को डिग्रियां दी जाएंगी।

-चेस के ग्रैंड मास्टर विश्वनाथन आनंद को भी डॉक्टर ऑफ साइंस की मानद उपाधि दी जाएगी।

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