पुलिस से बचने के लिए हत्यारे ने धारण किया था ये रूप, अब चढ़ा पुलिस के हत्थे

जनपद के थाना सिकन्दरपुर वैश्य क्षेत्र के गांव नगला नैनसुख के बाहर स्थित एक आश्रम से पुलिस ने हत्यारोपित कथित साधू को गिरफ्तार करके उसके पास से रायफल, तमंचा एवं आधा दर्जन कारतूस बरामद किए हैं।

Update:2019-10-25 21:31 IST

एटा: जनपद के थाना सिकन्दरपुर वैश्य क्षेत्र के गांव नगला नैनसुख के बाहर स्थित एक आश्रम से पुलिस ने हत्यारोपित कथित साधू को गिरफ्तार करके उसके पास से रायफल, तमंचा एवं आधा दर्जन कारतूस बरामद किए हैं।

थाना सिकन्दरपुर वैश्य पुलिस को जानकारी मिली कि क्षेत्र के नगला नैनसुख गांव के बाहर स्थित आश्रम पर साधू बालकराम उर्फ बालकदास अवैध रायफल रखे हुए है।

पुलिस टीम ने जब आश्रम पर दबिश दी तो तलाशी में पुलिस को रायफल, तमंचा एवं आधा दर्जन कारतूस मिले। इसके बाद पुलिस ने आश्रम संचालक साधू बालकदास को गिरफ्तार कर लिया और थाना लाकर पूछताछ की।

उसने पुलिस को बताया कि उसके भाई अमर सिंह की हत्या होने के बाद बदले की भावना से उसने 10 मार्च 1992 को गांव के भोजराज की हत्या कर दी थी।

इस मामले में उसे आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई थी। इसके बाद हाईकोर्ट से 1995 में जमानत मिल गई थी। करीब तीन साल से बालकदास ने यहां आश्रम बना लिया था और वह वहीं रह रहा था।

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